Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

किसानों को प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए:सांसद


 




बलिया। कार्यालय जिला उद्यान अधिकारी, बलिया चंद्रशेखर उद्यान कंपनी बाग में आज प्रगतिशील किसानों के साथ उद्यान विभाग की एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता माननीय सांसद विरेंद्र सिंह मस्त ने की।

इस कार्यक्रम में किसानों को व्यापार परक कृषि करने के लिए प्रेरित किया गया। साथ ही जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल और माननीय सांसद के कर कमलों द्वारा प्रगतिशील किसानों को नर्सरी के पौधे और शहद उत्पादन करने की किट प्रदान की गई। सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने किसानों का ध्यान प्राकृतिक खेती की तरफ आकर्षित करते हुए कहा कि यह सरकार की प्राथमिक योजनाओं में शामिल है । विश्व को आज प्राकृतिक खेती की आवश्यकता है। इस आवश्यकता की पूर्ति भारत ही कर सकता है। नमामि गंगे कार्यक्रम इसी के अंतर्गत एक महत्वपूर्ण पहल है। यह योजना जनपद के कई जिले में चलाई जा रही है। प्राकृतिक खेती के लिए बलिया एक प्रमुख जनपद है। सांसद ने जिलाधिकारी से कहा कि इस योजना को से किसानों को लाभान्वित किया जाए। कहा कि किसानों को सरकार की इस योजना का लाभ मिलने से इसका प्रचार-प्रसार स्वयं होने लगेगा। सांसद ने कहा कि प्राकृतिक खेती के अंतर्गत शहद एक प्रमुख अवयव है। विश्व की शहद की आवश्यकता भारत ही पूरा कर सकता है। भारत के प्राकृतिक उत्पादों की विश्व में बहुत मांग है। अभी हाल ही में बलिया की सब्जियों को विदेशों में भेजने का काम जिलाधिकारी ने किया है। सांसद महोदय ने उद्यान अधिकारी से कहा कि इस कार्यक्रम को और तत्परता से कराया जाए ताकि अधिक से अधिक किसानों को इसका लाभ मिल सके और एक जनपद एक उत्पाद को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा कि मसूर का उत्पादन बलिया में बहुतायत से होता है। मुस्लिम देशों में मसूर की बहुत ही मांग है। किसानों के उत्पादों के मार्केटिंग की व्यवस्था सरकार ने कर रखी है। किसानों को अपने अन्य किसान भाइयों को भी प्राकृतिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। मोटे अनाज आज विश्व की आवश्यकता बन गए हैं। भारत अकेला ही विश्व का 62% मोटे अनाज का उत्पादन करता है। उन्होंने कृषि अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि जनपद में अधिक से अधिक मोटे अनाजों का उत्पादन किया जाए। जिनमें ज्वार, बाजरा ,कोदो को भी शामिल किया जाए ।किसानों की आमदनी बढ़ाने का तरीका यह है कि उनका उत्पादन बढ़ा दिया जाए।

जिलाधिकारी सौम्या अग्रवाल ने कहा कि उद्यान विभाग की बहुत सी योजनाएं किसानों के लिए चलाई जा रही है ।उसका प्रचार प्रसार करके किसानों को उसकी जानकारी दी जाए और उन्हें इन योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। जिन किसानों ने नर्सरी लगाई है उन्हें प्रतीकात्मक रूप से पौधे दिए जाए।

 मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण वर्मा ने प्रगतिशील किसानों को टोकन के रूप में पौधे  तथा शहद उत्पादन करने की किट प्रदान करने की बात की। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए जो भी योजनाएं चलाई जा रही है उसकी सूचना किसानों को अवश्य  दी जाएं।


इस अवसर पर डीडी हॉर्टिकल्चर ,डीडी कृषि,  कृषि अधिकारी और उद्यान विभाग के अधिकारी गण उपस्थित थे।


रिपोर्ट धीरज सिंह

No comments