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क्रमिक अनशन : जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग से मनोज राय "हंस" के तीन सवाल..?


 



*सातवें दिन भी चौक में क्रमिक अनशन जारी*


बलिया। गरीबों को दी जाने वाली नि : शुल्क शिक्षा में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर शहीद चौक में सातवें दिन रविवार को भी क्रमिक अनशन जारी है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि वरिष्ठ अधिवक्ता एवं आरटीआई कार्यकर्ता मनोज राय "हंस" सहित अभिभावकों को आंदोलन के लिए क्यों दरी पर बैठना पड़ा ? विभागीय अधिकारी सब कुछ जानते हुए भी क्यों चुप्पी साधे हुए हैं ? गरीब छात्रों को न्याय दिलाने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से चल रहे आंदोलन को अधिकारी क्यों नहीं गंभीरता से ले रहे हैं ?

इस पूरे प्रकरण को लेकर मनोज राय "हंस" ने अधिकारियों से तीन सवाल पत्रकारों के माध्यम से पूछा है। "हंस" का कहना है कि आखिर किन कारणों से जनपद के 1800 निजी विद्यालयों में पिछले तीन सालों में एक भी गरीब बच्चे का दाखिला नहीं किया गया ? इसके लिए कसूरवार कौन है ? वार्ड और ग्राम पंचायतों का भेद बता कर पिछले तीन सालों में हजारों छात्रों का आवेदन क्यों निरस्त किया गया। यह किस नियम के तहत हुआ और इसके लिए जिम्मेदार कौन है ?  पिछले चार सालों से छात्रों/अभिभावकों एवं विद्यालयों को मिलने वाली छात्रवृत्ति तथा फीस प्रतिपूर्ति को क्यों नहीं दिया गया ?

आरटीआई कार्यकर्ता मनोज राय "हंस" के नेतृत्व में चल रहा क्रमिक अनशन कब खत्म होगा यह कहना मुश्किल है ? लेकिन आंदोलनकारियों ने यह ठान लिया है कि जबतक सभी मांगे पूरी नहीं होंगी तबतक यह क्रमिक अनशन को और व्यापक रूप दिया जाएगा।

क्रमिक अनशन करने वालों में मुख्य रूप से अधिकार सेना युवा दल के प्रदेश महासचिव रितेश पांडेय, अधिकार सेना के वरिष्ठ पदाधिकारी ओमप्रकाश राय, नगर अध्यक्ष केदारनाथ उपाध्याय, पारसनाथ यादव, अरविंद कुमार, अजय कुमार सिंह, दीनानाथ सिंह, ओपी राय, जयराम, रोशन अली, तेज नारायण, दुर्गा देवी, मीना, रीना, रानी, गोली, बुच्ची, लक्ष्मी, रीता, रेखा, ममता, आदि विभिन्न लोग  रहें।


रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी

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