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रात में जिला अस्पताल पहुंचे पूर्व आईपीएस ने की लाचार मरीजों की सेवा





*न चाहते हुए भी लोगों को कहना पड़ा..जय अमिताभ, जय अधिकार सेना*


बलिया। रात के करीब पौने नौ बज रहे थे। तभी जिला अस्पताल के आपातकालीन कक्ष में पतली-दुबली कद-काठी व आंखों पर चश्मा लगाए व्यक्ति ने प्रवेश किया। उस वक्त आपातकालीन कक्ष में मरीजों की काफी भीड़ थी। पतले-दुबले इंसान के पहुंचते ही अस्पताल में कुछ देर के लिए अफरा- तफरी मच गई। क्योंकि उनका चेहरा अनजान और अनभिज्ञ नहीं था। ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक सहित अन्य कर्मचारी उनके सम्मान में कुर्सी छोड़कर खड़े हो गए। उन्होंने अपना नाम अमिताभ ठाकुर बताया। यह नाम बलिया में ही नहीं, पूरे प्रदेश में परिचित और चर्चित है। 

पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने इमरजेंसी वार्ड के मरीजों का एक-एक कर हाल जाना।इमरजेंसी वार्ड में एक मरीज रेफर होने के बाद भी पिछले दो घंटे से तड़प रहा था। उसके परिजन रो रहे थे। मरीज के साथ आए लोग परेशान थे। उन्हें अपने मरीज को गंभीर स्थिति में वाराणसी ले जाने के लिए सरकारी एंबुलेंस की जरूरत थी, लेकिन कोई उनकी मदद के लिए आगे नहीं आ रहा था। ऐसे में पूर्व आईपीएस एवं अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने मरीज के तीमारदारों के आंसू पूछे और करीब एक घंटे तक मरीज के पास बैठे रहे। उसे वाराणसी भेजने के लिए सरकारी एंबुलेंस की व्यवस्था कराई गई। मरीज को वाराणसी के लिए रवाना करने के बाद ही वहां से हटे। इतना ही नहीं, इसके बाद मारपीट और दुर्घटना में घायल कई लोगों की उन्होंने सहायता की। जो मरीज चलने में असमर्थ थे उन्हें कंधा देकर बेड तक भी पहुंचाया और चिकित्सक से उनका त्वरित इलाज करने का आग्रह किया। यह देख जिला अस्पताल में मौजूद लोग न चाहते हुए भी धरती के इस लाल को सलाम किया। *..और जय अमिताभ, जय अधिकार सेना* कहते नजर आए। हालांकि अमिताभ ठाकुर जिला अस्पताल पार्टी के वरिष्ठ जिला उपाध्यक्ष सुनील सिंह के पुत्र को दिखाने पहुंचे थे।चिकित्सक ने तत्काल मरीज को देखने के बाद श्री ठाकुर को कुर्सी पर बैठने को कहा। पहले तो बैठने से इनकार करते रहे, लेकिन ज्यादा आग्रह करने पर वह भीड़ से थोड़ा हटकर एक कुर्सी पर बैठ गए।

बता दें कि करीब डेढ़ घंटे तक जिला अस्पताल में रहने के बाद वहां से लौटे पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने मौजूद पत्रकारों से कहा कि जिला अस्पताल की व्यवस्था काफी जर्जर है। यहां कई रोगों के विशेषज्ञों की कमी है। डॉक्टर एवं कर्मचारी अपने कार्य में लापरवाही बरत रहे हैं। इतना ही नहीं, जब जिला अस्पताल में एक मरीज को तीन घंटे में एक एंबुलेंस तक नहीं मिल पा रही है, तो अन्य सुविधाओं की बात करना बेमानी है। 

कहा कि बीजेपी सरकार चाहे जितना भी दावे कर ले, लेकिन उसके दावे खोखले हैं। आम आदमी तक सरकारी सुविधाएं नहीं पहुंच रही है। उन्होंने यह भी बताया कि जिला अस्पताल से मरीज को उपलब्ध कराए जाने वाले सरकारी एंबुलेंस को विलंब से मुहैया कराने में भी खेल है। वहां मौजूद मरीज के तीमारदारों ने पूर्व आईपीएस को बताया कि सरकारी एंबुलेंस देर से इसलिए मंगाई जाती है, ताकि मरीज परेशान होकर किसी प्राइवेट एंबुलेंस से रोगी को लेकर अन्यत्र चला जाए और निजी एंबुलेंस के संचालक द्वारा कमीशन चिकित्सकों तक पहुंच जाए। यही हाल बाहर की दवाएं, बाहर से कराई जाने वाली जांचें एवं अन्य सुविधाओं की है। जिसमें चिकित्सक एवं कर्मचारियों की कमीशनखोरी जारी है। अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर के साथ अधिकार सेना युवा के प्रदेश महासचिव रितेश पांडेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुनील सिंह तथा पार्टी के वरिष्ठ नेता ओम प्रकाश राय मौजूद रहे।


रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी

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