इस प्रसिद्ध का मन्दिर मार्ग हुआ जर्जर,चलना हुआ दुभर
रतसर (बलिया) किसी भी क्षेत्र का विकास वहां की सड़कों से जुड़ा है। सड़क ठीक तो आवागमन सुगम व विकास की रफ्तार मिलती है। अगर सड़क खस्ताहाल हो तो विकास का पहिया थम जाता है। ऐसी ही खस्ताहाल कुछ सड़कें है जिससे जुड़े गांव व ग्रामीण की विकास यात्राएं दशकों से ठहर सी गई है। कोई पुरसाहाल नहीं है। सड़कें एक बार बनीं लेकिन वर्तमान में उनका अस्तित्व मिटने के करीब है। रतसर ( काली मन्दिर ) बाइ पास से धनौती गांव स्थित धनेश्वर नाथ धाम जाने वाला मार्ग पूर्णतया जर्जर अवस्था में पहुंच गया है। इस मार्ग पर वाहन चलना तो दूर पैदल भी लोग बच बचा के चलते है। सावन के पवित्र माह में इसी रास्ते से दर्जनों गांव के लोग आस्था का केन्द्र धनेश्वर नाथ धाम पर जल चढ़ाने के लिए जाते है। तीन दशक पूर्व बनी सड़क पर जगह- जगह गड्ढ़े बन गए है। सड़क बनने के बाद आज तक किसी की नजर नही पड़ी। ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए सड़क मरम्मत की मांग की है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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