CHC सोनबरसा सहित अधिकांश अस्पतालों में दवाइयां उपलब्ध, फिर भी चिकित्सक लिखते हैं बाहर की दवा
बलिया । CHC सोनबरसा सहित क्षेत्र के अधिकांश सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बाहर से दवा खरीदना पड़ रहा है। कुछ दवाएं अस्पताल के अंदर से मिल जाती हैं, बाकी बाहर से खरीदना पड़ता है। मरीजों को बस कहने के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने का दावा किया जा रहा है। हकीकत में पूरी व्यवस्था बदहाल है। ओपीडी के गेट के पास बोर्ड पर हॉस्पिटल से मिलने वाली दवाओं की सूची अंकित है। जिसमें 260 किस्म की दवाई का जिक्र है। किंतु रोगियों को चिकित्सक बाहर की दवा खरीदने को मजबूर कर रहे हैं। इस तरह की व्यवस्था क्यों कायम है। यह चर्चा का विषय है।
गुरुवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में सिवाल मठिया के वीरेंद्र सिंह अपना इलाज कराने के लिए आये थे। वह परेशान थे। गमछा से अपना पसीना पहुंच रहे थे। कहे यहां की व्यवस्था बहुत खराब है। यहां की व्यवस्था वहीं जानेगा जो बीमार होने के बाद इलाज कराने यहां आ रहा है। पानी का बोतल चढ़ाने के लिए अधिकांश चिकित्सक रोगियों को अपने आवास पर ले जा रहे हैं। जहां सरकारी पानी चढ़ा कर उनका दोहन करते हैं। रोगी बाहर की दवा भी खामोशी से खरीदते हैं, और खामोश ही घर चले जाते हैं। अस्पताल में अगर बिजली कट गई तो जनरेटर होने के बावजूद भी चलाया नहीं जाता है। वहीं पेयजल सहित तमाम आवश्यक सुविधाओं का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में अभाव है।
धतूरी टोला निवासी रजनी देवी के पैर में सूजन था। वह घर से 200 रुपया लेकर चली थी कि इतने में दवाई का काम हो जाएगा। किंतु चिकित्सक ने एक्सरे के लिए पर्ची लिखकर बाहर से एक्सरे कराने का सलाह दे दिया। एक्सरे का एजेंट बाहर खड़ा था, तत्काल पर्ची लेकर अपने साथ चलने को कहा। जबकि अस्पताल में एक्सरे मशीन मौजूद है। इसी तरह बाबू के डेरा निवासी चिंता देवी सर्दी खांसी होने पर इलाज कराने के लिए अस्पताल में पहुंची थी। चिकित्सक ने अस्पताल में लैब होते हुए भी बाहर से खून जांच कराने के लिए लिख दिया। इस तरह की तमाम अव्यवस्थाओं के कारण सरकार के नि:शुल्क चिकित्सा की व्यवस्था परवान नहीं चढ़ पा रही है। जिससे रोगी परेशान है। आयुष्मान कार्ड भी सीएचसी पीएचसी के लिए शो कार्ड बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी बलिया और मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलिया का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शासन की मंशा के अनुरूप रोगियों को अस्पताल से ही दवा की व्यवस्था कराने की गुहार लगाई है। इस बाबत पूछने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा के अधीक्षक डॉ आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि जो दवाएं स्टॉक में है, वह रोगियों को तुरंत उपलब्ध करा दी जाती है। जो दवा स्टॉक में नहीं है वही दवा बाहर से रोगी की सहमति पर खरीदने के लिए कहा जाता है।
By - Dhiraj Singh
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