Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

लोकनायक जयप्रकाश नारायण के गांव से मुख्यमंत्री द्वारा हरी झंडी दिखाकर चलाई गई रोडवेज बसें 15 दिनों में ही हो गई बंद

 



बलिया : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हरी झंडी दिखाकर जयप्रकाश नगर से लखनऊ व वाराणसी के लिए शुरू कराई गई रोडवेज बस सेवा एक पखवारे  के भीतर ही अस्त व्यस्त हो गई है। किसी दिन लखनऊ की बस आ रही है। तो किसी दिन वाराणसी की बस। तो किसी दिन दोनों ही बसें गायब हो जा रही हैं। कोई ना तो निर्धारित समय सारणी है। नहीं बसों के खड़ा होने का निर्धारित स्थान। उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह का गृह जनपद होने के बावजूद उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन की बसों का परिचालन मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बावजूद बंद हो जाना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि गत 21 जून को जयप्रकाश नगर आगमन पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बस जयप्रकाश नगर से वाराणसी व दूसरी बस जयप्रकाश नगर से लखनऊ के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।लखनऊ की बस दोपहर बाद जयप्रकाश नगर से रवाना होकर दूसरे दिन प्रातः लखनऊ पहुंचती थी, और फिर शाम को लखनऊ से चलकर प्रातः जयप्रकाश नगर आती थी। इसी तरह वाराणसी के लिए एक बस सुबह 8:00 बजे खुलती थी। शाम को वाराणसी पहुंचती थी, और फिर शाम को वाराणसी से चलकर देर रात जयप्रकाश नगर पहुंचती थी, किंतु एक पखवारे के भीतर ही इन बसों का जयप्रकाश नगर आना जाना बंद हो गया।जयप्रकाश नगर से लखनऊ के लिए स्वीकृत बस बलिया से ही लौट जा रही है। तो कभी बैरिया से लौट जा रही है। वाराणसी वाली बस की भी यही स्थिति है। ऐसे में यह क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है, कि मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटित बसे भी एक पखवारे के भीतर बंद हो गई। इस बाबत पूछने पर राज्य सड़क परिवहन बलिया के सीनियर अकाउंटेंट बृजेश पांडे ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं था। आज से यह दोनों बसें नियमित होंगी, और जयप्रकाश नगर तरफ से अपने निर्धारित समय से दोनों बसें प्रस्थान करेंगी। दूसरी तरफ ग्रामीणों ने इस आशय की शिकायत उप जिलाधिकारी बैरिया  को देकर हस्तक्षेप की गुहार लगाते हुए रोडवेज बसों के पुनः संचालन के लिए गुहार लगाई है। उप जिलाधिकारी आत्रेय मिश्र ने ग्रामीणों को भरोसा दिया है, कि इस संदर्भ में राज्य सड़क परिवहन के अधिकारियों को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री के आदेश के क्रम में तत्काल बसों का परिचालन सुनिश्चित कराने को कहूंगा।


By : Dhiraj Singh

No comments