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नौजवानों ने अपनी कुर्बानी देकर बलिया को आजाद कराया था जो पूरी दुनिया के सामने एक नज़ीर बन गया : स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामविचार पांडेय

 



बलिया : अपने जनपद के गौरवशाली इतिहास को मंच पर घटित होते देखना बलिया वालों के लिए सुखद होगा। हमारी वर्तमान पीढ़ी को जानना चाहिए कि बलिया का गौरवशाली इतिहास कितना समृद्धशाली है । किस तरह हमारे जनपद के नौजवानों ने अपनी कुर्बानी देकर बलिया को आजाद कराया था जो पूरी दुनिया के सामने एक नज़ीर बन गया।  

उक्त बातें स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामविचार पांडेय ने नाट्य कार्यशाला के उद्घाटन के अवसर पर कहा । 17 जुलाई सोमवार को संकल्प साहित्यिक सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था बलिया द्वारा आयोजित 30 दिवसीय प्रस्तुति परक नाट्य कार्यशाला का उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि संकल्प संस्था का यह प्रयास निश्चित रूप से मील का पत्थर साबित होगा। संकल्प ने युवा पीढ़ी को जागरूक करने का जो संकल्प लिया है वह सराहनीय व अनुकरणीय है। टाउन इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ अखिलेश सिन्हा ने कहा कि  "क्रांति1942@बलिया" नाटक  की प्रस्तुति बलिया वालों के लिए किसी सौगात से कम नहीं होगा । अपने इतिहास को नाटक के माध्यम से मंच पर जीवंत करना अपने आप में एक बड़ा काम है जिसे संकल्प जैसी संस्था ही कर सकती है । हम सभी बलिया वासियों को इसके लिए तन मन धन से संकल्प संस्था का सहयोग करना चाहिए। संकल्प के सचिव व इस नाटक के लेखक एवं निर्देशक आशीष त्रिवेदी ने कहा कि इस नाटक को मंचित करना  हमारे लिए एक बड़ी चुनौती है । उन्होंने कहा कि  इतिहास को मंच पर नहीं उतारा जा सकता लेकिन अपने इतिहास को जानने की उत्सुकता लोगों में जरुर पैदा की जा सकती है । अगर हम युवा पीढ़ी में अपने इतिहास को जानने की उत्सुकता पैदा कर सके तो यह हमारी बड़ी उपलब्धि होगी। उन्होंने कहा कि नाटक के लिए सभी पात्रों का चयन हो चुका है । श्री मुरली मनोहर टाउन इंटर कॉलेज में प्रतिदिन दिन में 11 बजे से 1 बजे तक रिहर्सल चलेगा जिसमें इस नाटक की तैयारी करायी जाएगी । अगस्त क्रांति उत्सव पर इसकी प्रस्तुति होगी। इस अवसर पर युवा लोक गीत गायक शैलेन्द्र मिश्र ने "सुन्दर सुभूमि भईया  भारत के देसवा से मोरे  प्रान बसे हिम खोह रे बटोहिया " सुनाया । उद्घाटन के अवसर पर नाटक के सभी पात्र उपलब्ध रहे ।


By Dhiraj Singh

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