Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

गंगानदी के जलस्तर ऊपर उठने से तटवर्ती लोगों की बढ़ी धड़कनें

 



रामगढ़। गंगा नदी के जलस्तर में रविवार को भी बढ़ाव का क्रम जारी हैं। नदी के जलस्तर ऊपर उठने से तटवर्ती लोगों की धड़कनें बढ़ गई हैं। उधर लगभग तीन सप्ताह से हुकुम छपरा व दूबे छपरा की ठप पड़ी प्रोजेक्ट को लेकर विभाग अब भी उदासीन बना हुआ है। शासन द्वारा धन आवंटन के साथ ही पर्याप्त समय मिलने के बावजूद कार्यदायी संस्था बाढ़ खण्ड कटान व बाढ़ से बचाव की तैयारी पूरी नहीं कर सकी है। गंगा नदी के जलस्तर में दिन-प्रतिदिन उतार चढ़ाव का क्रम अनवरत जारी है। ऐसे में कटानरोधी कार्य का बाधित होना तय है। तमाम दावों एवं तय समय समाप्त होने के बाद भी पांचों परियोजनाओं पर कटानरोधी कार्य अधूरे पड़े हैं। जबकि विभाग द्वारा दो प्रोजेक्ट पर बचाव कार्य पूरा कर दिया गया है लेकिन धरातल पर 60 प्रतिशत भी कार्य पूरा नहीं हो पाया है। कटानरोधी कार्य में जहां तेजी होनी चाहिए। वहां रोज-रोज इसका ग्राफ गिरता चला जा रहा है। बार-बार सुघर छपरा,दूबे छपरा,गोपालपुर,उदई छपरा,चक्की नौरंगा,भुआल छपरा के ग्रामीणों द्वारा ध्यान आकृष्ट करने के बाद भी विभाग से लेकर शासन प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि कुम्भकर्णी नींद सो रहे हैं। गंगा नदी के कटान से तटवर्ती लोग सहमे हुए हैं। केंद्रीय जल आयोग गायघाट के अनुसार रविवार की शाम चार बजे गंगा नदी का जलस्तर 50.98 मीटर दर्ज किया गया। इसके साथ ही आधा सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से बढा़व का क्रम जारी है। क्षेत्र के करीब आधा दर्जन से अधिक गांव कटान के आगोश में है। इनमें मुख्य रूप से सदर तहसील के सोनारटोला व बैरिया तहसील के सुघर छपरा, दूबे छपरा, गोपालपुर,उदई छपरा, चक्की नौरंगा, भुआल छपरा इत्यादि गांव शामिल हैं। इनमें से आधे से अधिक बस्तियों की स्थिति अतिसंवेदनशील बनी हुई हैं। इस सम्बंध में बाढ़ विभाग के एक्सईएन से सम्पर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव करना उचित नहीं समझा।


रिपोर्ट : रविन्द्र मिश्र


No comments