आस्था : मन की पवित्रता अच्छी संगत से आती है : प्रेमदास उर्फ सितार बाबा
गड़वार (बलिया) स्थानीय कस्बा क्षेत्र के बरवां गांव में चल रहे नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ के छठवें दिन मंगलवार को यज्ञ स्थल में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। इसमें दूरदराज से बड़ी संख्या में भक्त पहुंच रहे हैं। सुबह यज्ञ मंडप में परिक्रमा करने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ रही है वहीं दोपहर चार बजे से प्रवचन में लोग भाग लेकर अपनी भक्ति का प्रकटीकरण कर रहे है। प्रवचन के दौरान कथा वाचक पं० रामनारायणाचार्य जी महाराज ने विचार प्रकट करते हुए कहा कि शिव ही आदि और शिव ही अंत है। शिव ही श्रृष्टि के पालनहार हैं। जो भी मनुष्य शिव की शरण में जाता है वह कभी निराश नहीं होता। इसलिए मानव सच्ची भावना से शिव की शरण में जाए। इससे इस सांसारिक भवसागर से सहज मुक्ति मिल जाती है। वहीं कथा वाचक प्रेमदास उर्फ सितार बाबा ने बताया कि मन की पवित्रता अच्छी संगत से आती है इसलिए संतो की संगत को श्रेष्ठ माना गया है। सब देवताओं की शक्ति जब एकाकार हुई तब शक्ति स्वरूपा दुर्गा का आविर्भाव हुआ। यज्ञाचार्य पं०पिन्टू उपाध्याय के साथ ही काशी धाम से पधारे आचार्य गणों के साथ पूजन हवन एवं मंडप में रुद्र देव की आहुतियां प्रतिदिन दी जा रही है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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