पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह पर Fir को तहसील पर धरना प्रदर्शन व जमकर नारेबाजी
By- Dhiraj Singh
बलिया : पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह द्वारा 18 अगस्त को बैरिया शहीद स्मारक पर कतिपय नेताओं व पुलिस प्रशासन, तहसील प्रशासन, बिजली विभाग, राजस्व विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों के खिलाफ अपने संबोधन में आपत्तिजनक शब्दों के प्रयोग के बाबत सोनबरसा निवासी प्रशांत कुमार उपाध्याय द्वारा दिए गए तहरीर पर प्राथमिकी बैरिया थाने में दर्ज नहीं होने के विरुद्ध सोनबरसा निवासी भाजपा कार्यकर्ता प्रशांत उपाध्याय दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ बैरिया तहसील परिसर में उप जिलाधिकारी कार्यालय के सामने बुधवार को धरने पर बैठ गए हैं। उनका आरोप है कि तहरीर के साथ डिजिटल साक्ष्य एसएचओ बैरिया रामायण सिंह को उपलब्ध करा दिया है। बावजूद इसके साक्ष्य और जांच के नाम पर मेरे मामले में प्राथमिकी नहीं दर्ज की जा रही है। जब तक प्रार्थमिकी दर्ज नहीं होगी। मेरा आंदोलन जारी रहेगा। तीन दिनों तक धरना के बाद मांगे पूरी नहीं होने पर चौथे दिन मैं दर्जनों भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ आमरण अनशन पर बैठूंगा, और उससे उत्पन्न स्थिति के लिए स्थानीय पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगा। धरना पर बैठने वालों में प्रशांत उपाध्याय के अलावा रजनीकांत तिवारी, शशिकांत सिंह, दीपू सिंह,अंकित सिंह, जितेंद्र कुमार सिंह, जितेंद्र तिवारी, आशीष पाठक, हिमांशु पाठक, सुरेंद्र सिंह,संदीप सिंह, मुन्ना उपाध्याय, राधेश्याम उपाध्याय, अमरेंद्र प्रताप सिंह, मनीष कुमार सिंह, मनदीप यादव, सत्यम पाठक, शिवम पाठक, भोला यादव,अरविंद प्रताप सिंह उज्जैन, मोहम्मद गुड्डू, रमेश कुमार,राजू सिंह, नितेश सिंह, बृजेंद्र कुमार व अजय सिंह सहित दर्जनों लोग शामिल रहे। धरना पर बैठे लोग पुलिस प्रशासन और पूर्व विधायक के खिलाफ जमकर नारेबाजी किया और चेताया कि अगर प्राथमिकी दर्ज नहीं होगी तो हम लोग आर पार की लड़ाई लड़ेंगे।
19 अगस्त को पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आवेदन पत्र व वीडियो क्लिप हमें प्राप्त कराया गया है।मामले की जांच की जा रही है। जांचोपरान्त अगर मामला सही पाया गया तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
रामायण सिंह एसएचओ बैरिया।
आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग नहीं किया है
बलिया : शहीद स्मारक बैरिया पर 18 अगस्त को मैंने अपने संबोधन में किसी को भी गाली नहीं दिया है, और आपत्तिजनक शब्द का प्रयोग नहीं किया। मैंने कहा था कि राजनीतिक क्षेत्र में दोहरे चरित्र के लोग आ गए हैं। दोहरे चरित्र को ही भोजपुरी में दोगला कहते हैं।इसलिए मैंने दोगला बोला था। जो भी आज तहसील पर धरना दे रहे हैं। वह सपा के एजेंट हैं।पिछले लोकसभा चुनाव में भी वह लोग नीरज शेखर को हराने के लिए एक बड़े नेता के इशारे पर कार्य कर रहे थे। आज भी पार्टी विरोधी गतिविधियों में लगकर भाजपा को कमजोर कर रहे हैं। मैं आज भी अपने बयान पर कायम हूँ। मैं किसी के प्रति कोई आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल नहीं किया है।
सुरेंद्र सिंह पूर्व विधायक बैरिया
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