पिता और पुत्र जूझ रहे थे पेशाब की बीमारी से, यहां आते ही हुए ठीक
बलिया। पड़ोसी जनपद गाजीपुर के जंगीपुर निवासी धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा और उनके पुत्र उनका मासूम पुत्र बीते कुछ समय से पेशाब की अजीबोगरीब बीमारी से जूझ रहे थे।
अपना और पुत्र का उन्होंने वाराणसी में उपचार कराया और लाखों रुपए खर्च किए, लेकिन बीमारी से निजात नहीं मिल रही थी। इसी बीच पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में आने और वहां पुजारी राम बदन भगत द्वारा दी गई औषधियों के सेवन से उनकी बीमारी न सिर्फ ठीक हो गई है बल्कि अब वह दूसरों के लिए नजीर भी बन गए हैं।
अपनी पीड़ा बताते हुए धर्मेंद्र सिंह कुशवाहा बताते हैं कि जन्म के कुछ समय बाद ही उनके मासूम बच्चे को पेशाब की थैली में संक्रमण से अजीबोगरीब बीमारी हो गई, वह छोटा था तभी हर समय पेशाब होता रहता था। इसके इलाज के लिए उसने वाराणसी के डॉक्टरों के यहां लाखों रुपए खर्च किए, पहले तो डॉक्टरों ने कहा कि बीमारी ठीक हो जाएगी, लेकिन बाद में उनका कहना था कि लंबे समय तक दवा और उपचार की जरूरत है। बताया कि इस दौरान पाइप लगाकर मासूम बच्चे का पेशाब निकल जाता था। जिससे उसे काफी कष्ट होता था। इसी दौरान उसे गाजीपुर के ही संतोष यादव ने पकड़ी धाम स्थित मां काली की महिमा के बारे में बताया और वहां जाने की सलाह दी। धर्मेंद्र ने बताया कि इसके बाद वह अपनी पत्नी रेखा और बच्चे को लेकर पगड़ी धाम में स्थित मां काली मंदिर पहुंचा और वहां पूजा अर्चना करने के बाद पुजारी राम बदन भगत से अपनी पीड़ा बताई। इसके बाद पुजारी में उसे फकियां, गोली और तेल के साथ ही एक जड़ी दी और उसके सेवन के लिए कहा। धर्मेंद्र ने बताया कि इसी दौरान उसने भी अपने पेशाब की बीमारी के लिए पकड़ी धाम से फकियां, गोली और तेल लेकर गया और बच्चे के साथ-साथ स्वयं भी उसका सेवन करने लगा। बताया कि एक हफ्ते में आश्चर्यजनक परिणाम सामने आया और जिस बच्चे की बीमारी को ठीक करने के लिए उसने लाखों रुपए खर्च किए थे। वह एक हफ्ते के अंदर मां काली की कृपा से ठीक हो गई और अब उसका बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ हो गया है। इतना ही नहीं उसकी भी पेशाब की बीमारी पूरी तरह से ठीक हो गई है।
डेस्क
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