बाबा के दर पर चढ़ाने चले थे जल, लेकिन गांव लौटीं लाशें: तेतारपुर में मातम, सन्नाटा और सवाल"
बलिया । नरही थाना क्षेत्र के तेतारपुर गांव की वह दोपहर सामान्य थी, जब गांव के 25 लोग बाबा बैद्यनाथ धाम जलाभिषेक के लिए पिकअप पर सवार होकर रवाना हुए। कोई पहली बार जा रहा था, तो कोई हर साल की भांति सेवा में समर्पित था। लेकिन किसे पता था कि श्रद्धा का यह सफर कुछ परिवारों की जिंदगी को हमेशा के लिए बदल देगा।
शनिवार रात बिहार के बेगूसराय में एक तेज रफ्तार ट्रेलर ने पीछे से पिकअप में जोरदार टक्कर मार दी। कुछ पल पहले जो भजन-कीर्तन और जयघोष हो रहे थे, वो चीखों और खून में बदल गए। हादसे में रेखा देवी उर्फ लाची (45) और हरेंद्र राजभर (60) की जान मौके पर ही चली गई। मुघुन राजभर (48) कोमा में हैं और पटना अस्पताल में जिंदगी के लिए जूझ रहे हैं।
घटना की खबर जब गांव पहुंची तो आधी रात को ही तेतारपुर में कोहराम मच गया। लोग एक-दूसरे से हाल पूछते नहीं थक रहे थे, लेकिन जवाब किसी के पास नहीं था। "मैंने सुबह उन्हें मुस्कराते हुए घर से निकलते देखा था… अब वो नहीं रहीं," रेखा की पड़ोसन सुबोधा देवी ने रोते हुए कहा।
रविवार सुबह जब एम्बुलेंस शव लेकर गांव पहुंची, तो हर घर से करुण क्रंदन उठने लगा। रिश्तेदार, महिलाएं, बच्चे — सब सन्न थे। कई घायल अब भी बलिया और मऊ के अस्पतालों में भर्ती हैं। कुछ को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया। रेखा देवी का अंतिम संस्कार कर दिया गया, लेकिन हरेंद्र राजभर के अंतिम संस्कार की चिता उनके बेटे के विदेश से लौटने का इंतजार कर रही है।
घायलों में कई बुजुर्ग, महिलाएं और किशोर भी शामिल हैं — जिनमें ग्राम प्रधान बृज नारायण राजभर, हरीद्वार राजभर, घुरहू राम, प्रभा देवी, विद्यावती, राधिका, राकेश, तेज बहादुर, शनिचरी देवी, तारा देवी, रंजनी कुमारी, रामभुवन, रंजीत, राम आशीष, दुर्गा देवी, मुअली, राधेश्याम, विजय शंकर, हरेराम, गीता और धनवती जैसे लोग शामिल हैं।
By- Dhiraj Singh
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