वार्निंग लेबल छूने को बेताब हैं गंगा
रामगढ़, बलिया । गंगा नदी के जलस्तर में लगातार नौवें दिनों से बढ़ोतरी ने वार्निंग लेबल के करीब पहुंच चुकीं हैं जिससे कटान का सिलसिला रविवार के दिन भी रुकने का नाम नहीं ले रहा है। जिससे लोगों में भगदड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। गंगा नदी तटीय भू-भाग को काटते-छपटते नौरंगा, भुआल छपरा, भगवानपुर, चक्की तक पहुंच चुकी है। इससे आधा दर्जन से अधिक गांवों पर खतरा मंडराने लगा है जबकि शासन-प्रशासन अभी भी लापरवाही बरत रहा है। कटान का ये किस्सा कोई इसी साल का ही नहीं, वरन दो-तीन दशकों से चला आ रहा है। कहने को तो बैरिया विधानसभा क्षेत्र सियासत में बहुत रसूख रखता है, लेकिन गंगा कटान जैसी समस्या के समाधान में फिसड्डी साबित हुआ है। केवल गंगा कटानरोधी कार्य में अब तक अरबो रुपये की खपत जरूर हुआ, लेकिन विभागीय भ्रष्टाचार ने एक बार फिर साबित कर दिया कि कटानरोधी कार्य के प्रति वे सदा उदासीन रहे है। भगवानपुर, चिक्की , नौरंगा के रोहित पाण्डेय, संजय ठाकुर, सुरेंद्र ठाकुर, जगदत ठाकुर, दिनेश ठाकुर, अक्षय चौबे, राजमंगल ठाकुर, लकड़ी मिश्र, भोला ठाकुर, विनोद ठाकुर, रामाकांत ठाकुर, रामजी ठाकुर आदि लोगों ने आरोप लगाया है कि बाढ़ व सिंचाई विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की वजह से जनपद के आला-अधिकारियों द्वारा हमारे साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। कटान से पूरा बस्ती सहमा हुआ है लेकिन उनका कोई हाल-चाल तक लेना उचित नहीं समझ रहा है पीड़ितों ने बताया कि जिले के अधिकारी कटान के नाम पर हमसें बात तक करना नहीं चाहते हैं। गंगा नदी आज भी अपना रौन्द्र रूप अख्तियार की हुई हैं। इस बार भी बैरिया क्षेत्र के चक्की, नौरंगा ,भुआल छपरा और भगवानपुर मौजें के करीब 30 हजार की आबादी कटान से प्रभावित है। चक्की और भगवानपुर बस्ती के करीब 40 से 45 एकड़ जमीन फसल युक्त खेत जमीदोंज हो गई। किसानों ने बताया कि अब तक हम लोगों के उपजाऊ भूमि को बचाने के लिए शासन प्रसाशन के तरफ से कोई प्रयास नहीं किया गया। अगर कटान रोकने का कोशिश नहीं किया गया तो हम लोगों के जमीन के साथ-साथ 30 हजार की आबादी भी बेघर हो जायेंगी। केन्द्रीय जल आयोग गायघाट गेज के अनुसार रविवार की शाम 4 बजे गंगा नदी का जलस्तर 56.120 मीटर दर्ज किया गया इसके साथ 2 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से जलस्तर में वृद्धि हो रही है। यहां वार्निंग लेबल 56.615 मीटर व खतरा बिन्दु 57.615 मीटर और मीडियम फ्लड लेबल 58.615 मीटर है।
विधानसभा में उठाऊंगा मामला
रामगढ़। क्षेत्रीय विधायक जयप्रकाश अंचल ने बैरिया विधानसभा क्षेत्र को कटान से मुक्ति दिलाने के लिए विधानसभा में इस मुददे को गम्भीरता पूवर्क उठाने की बात कहीं हैं उक्त बातें विधायक ने दूरभाष पर बताया कि फिलहाल सोनरटोला से लेकर नौरंगा ,भुआल छपरा, चक्की, उपाध्याय टोला और भगवानपुर को गंगा नदी के कटान से बचाने के लिए विधानसभा में बाढ़ एवं कटान से हर साल जूझती हैं। क्षेत्रीय जनता को मुक्ति दिलाने के लिए गंगा नदी में हो रहें कटान की गम्भीर समस्या को विधानसभा विधायक दल की अगली बैठक में गभीरता पूर्वक उठाऊंगा । विधायक ने आरोप लगाते हुए कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग-31 के बचाव कार्य के लिए हुकुम छपरा किमी 26.250 पर एक स्पर 5 करोड़ 5 लाख और रामगढ़ में किमी 27.500 से 27.950 के बीच 8 करोड़ 30 लाख 59 हजार की लागत से चार कटर और उसके गैपिंग में पार्कोंपाइन विधि का कार्य होना था लेकिन वह कार्य आज तक पूरा नहीं किया जा सका। कटानरोधी कार्य को पूरा करने का शासन स्तर से 15 जून तक बचाव कार्य करने का दिशा निर्देश था, बावजूद जिले के बड़े अधिकारी ने जुलाई तक का समय कैसे ठेकेदारों से कर दिया। 15 जून तो दूर 13 जुलाई तक 13 करोड़ 35 लाख 59 हजार की दोनों परियोजना का कार्य पूरा नहीं हो सका। जिससे 60 हजार की आबादी चपेट में है। यह मामला विधानसभा में उठाया जायेगा और जब तक दोषियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं हो जाती तब तक हम लोग चुपचाप नहीं बैठेंगे।
नौरंगा और भुआल छपरा में एसडीओ को भेजा गया था ताकि हकीकत का पता चल सके आबादी से दूरी पर हवा के झोंके से मामूली कटान हो रही हैं इस तरह का कटान जलस्तर बढ़ने पर होती हैं। वो जमीनी कटान हैं आबादी सुरक्षित हैं गांव पर कोई खतरा नहीं हैं उसके लिए हम लोग तत्पर हैं और शतत निगरानी रखें हुए हैं।
संजय कुमार मिश्र
अधिशासी अभियंता, बाढ़ विभाग, बलिया
तहसील क्षेत्र के कटान प्रभावित गांवों को गंगा नदी से हो रहें कटान से बचाने के लिए एक्सईएन को निर्देशित किया जा चुका है वो अपना बचाव कार्य के लिए उपाय करेंगे।
आलोक प्रताप सिंह
उपजिलाधिकारी, बैरिया
रिपोर्ट: रवीन्द्र मिश्र
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