टीकाकरण भावी पीढ़ी का सुरक्षा कवच
रतसर (बलिया)। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 15 वर्ष तक के आयु के बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं को घातक रोगों के विरुद्ध टीकाकरण किया जाता है। बच्चों को सही समय पर तपेदिक, डिप्थीरिया, काली खांसी, टिटनेस, खसरा तथा पोलियो वैक्सिन्स की पर्याप्त खुराकें देकर रोग प्रतिरक्षित कर दिया जाता है तो बच्चे भविष्य में इन घातक / अपंग करने वाली बीमारियों से काफी हद तक बचा रहेगे। बाद में ऐसे बच्चों को टिटनेस टाक्साइड वैक्सिन के अतिरिक्त अन्य वैक्सिन की आवश्यकता नही पड़ेगी। उक्त बाते प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रतसर पर आयोजित एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा० एस.के. मिश्रा ने कहीं। शिविर में एचवी, एएनएम, एचएस, बीएचडब्लू, अति प्रा० स्वा० केन्द्र के चिकित्सक एवं परिक्षेत्र में आने वाले सभी निजी चिकित्सक शामिल रहे। प्रभारी चिकित्साधिकारी डा० केशव प्रसाद ने पिछले वर्ष के टीकाकरण एवं परिवार नियोजन कार्यक्रमों की समीक्षा की। वीपीएमआशुतोष सिंह ने कहा कि टीकाकरण से जुड़े कर्मी को वैक्सिनेसन से सम्बधित कोई परेशानी हो तो तत्काल अपने प्रभारी चिकित्साधिकारी से सम्पर्क करें, त्वरित उसका निदान किया जाएगा। साथ ही चेतावनी भी दी कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम में किसी भी तरह की लापरवाही क्षम्य नही होगी।
इस अवसर पर डा० आर.के. सिंह, डा० मदन मोहन चौबे, डा० देवेन्द्र यादव, डा० नवीन कुमार पाण्डेय, डा० सोफिया, युनिसेफ से निहाल अहमद, मानिटर सुनील सिंह, एच. के. सिंह, शिव जी यादव, एस.एन. त्रिपाठी, अनिल कुमार, मनीष मेहरोत्रा फार्मासिस्ट अरुण शर्मा सहित एएनएम, एचवी, पर्यवेक्षक आदि ने प्रशिक्षण में भाग लिया।
रिपोर्ट धनेश पांडे


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