अखंड हरिनाम संकीर्तन की अनुगूँज से पुलकित हो रहा रोम रोम
सुखपुरा (बलिया)। मानव कल्याण, राष्ट्र के उत्थान एवं सामाजिक सौहार्द के लिए स्वामी हरिहरानंद के निर्देश पर संत यतीनाथ मंदिर पर चल रहा अखंड रामनाम संकीर्तन के 38 वें महीने में प्रवेश करने पर यहां भक्तों ने प्रसाद स्वरूप सबको हलवा खिला कर अपने खुशी का इजहार किया। संकीर्तन से न सिर्फ यह गांव बल्कि पूरा क्षेत्र राममय हो गया है। सुबह विस्तर छोड़ने के बाद जब लोगों के कानों में कीर्तन का मधुर स्वर सुनाई पड़ता है। तब उन्हें एक ऐसा आत्मिक सुख मिलता है, जिसका वर्णन नही किया जा सकता। ऐसा प्रायः आम जन कह भी रहें हैं।पहली जून 2016 से शुरू संकीर्तन में लोगों के जुड़ाव का असर है कि बिना नागा व बाधा के यह कीर्तन लगातार चल रहा है। रात को पुरुष कीर्तन को स्वर देते है तो दिन में महिलाएं मोर्चा संभालती हैं। कीर्तन के सफल संचालन में गणेश प्रसाद, रमाशंकर यादव, प्रभुनाथ सिंह, कन्हैया सिंह, गजाधर शर्मा, बब्बन प्रसाद, अशोक पटेल, अमित उपाध्याय विशेष रुप से सक्रिय रहते हैं।
रिपोर्ट डॉक्टर विनय कुमार सिंह


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