नाव के अभाव में प्रसव पीड़ा से कराहती रही प्रसूता
बैरिया (बलिया)। गंगा उस पार बाढ़ से घिरे भुआल छपरा में प्रसव की वेदना से छटपटाती रही पूरा रात महिला, नाव के अभाव में चिकित्सक के पास नहीं जा सकी। अलबत्ता बुधवार की अलसुबह स्थानीय महिलाओं के सहयोग से प्रसूता ने मृत बच्चे को जन्म दिया । हालांकि उपचार के अभाव में किसी तरह महिला की जान बची।
जानकारी के अनुसार भुआल छपरा निवासी जितेंद्र गोड़ की पत्नी विमला देवी की डिलेवरी थी किंतु नौका के अभाव में वह पूरी रात प्रसव वेदना से छटपटाती रही, नहीं पहुंच सकी डाक्टर के पास। वहीं दूसरी तरफ लोग पैदल ही बाढ़ का पानी पारकर अपने गन्तव्य की ओर जा रहे हैं। प्रशासन की तरफ से नौका आदि की व्यवस्था नहीं होने से लोगों का बुरा हाल है।
बाढ़ पीड़ितों ने पकड़ा 'पीपा'
बैरिया, बलिया। नौरंगा गंगा तट पर लोक निर्माण विभाग द्वारा लंगर में बांधकर रखे गए पीपा पुल का पीपा गंगा के तेज धारा में बह गया है। इसमें से दर्जनों पीपा ग्रामीणों द्वारा बाढ़ के पानी में घुसकर पकड़ा गया है और उस गांव के पास ही रस्सी लगकार बांध दिया गया है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दे दी है।
रिपोर्ट धीरज सिंह
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