'टोंस' के बदले तेवर से टूटा दर्जनों गांवों का संपर्क
चितबड़ागांव( बलिया)। नगर पंचायत सहित ग्रामीण इलाकों में टोंस नदी के बढ़ते जलस्तर से ग्रामीणों में दहशत व्याप्त हो चुका है साथ ही दर्जनों गांवों का संपर्क टूट चुका है जिससे चितबड़ागांव मुख्य बाजार का व्यापार ठप्प होता जा रहा है, जिससे व्यापारियों में खामोशी छा गई है।
जानकारी के अनुसार कस्बा सहित ग्रामीण इलाकों के चारों ओर टोंस नदी के बढ़ते जल स्तर से सभी गांव घिर चुके हैं जिससे संपर्क भी टूटता जा रहा है और व्यापार पर खासा असर पड़ रहा है। चितबड़ागांव कस्बा से माधव ब्रह्म बाबा होते हुए टिकरी गांव के रास्ते धर्मापुर- मटिहीं बंधे को जोड़ने वाले संपर्क मार्ग को अवरुद्ध कर दिया है । चितबड़ागांव कस्बा से पीपा पुल होते हुए पक्का कोट , सिंहपुर सहित दर्जनों गांव का संपर्क टूट चुका है। वहीं दूसरी ओर जमुना राम महाविद्यालय से सटे रेलवे क्रॉसिंग के उत्तर तरफ पिपरा खुर्द मानपुर की दलित बस्ती पानी में डूब चुका है जो अन्यत्र जगह के लिए पलायन कर चुके हैं ।
ग्रामीणों का कहना है कि इतनी भीषण बाढ़ आने के बाद भी शासन- प्रशासन, मंत्री विधायक, सांसद या किसी भी जनप्रतिनिधि का ध्यान आकृष्ट नहीं हो रहा है जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है । इतना ही नहीं कई दर्जन किसानों के खेत भी डूब चुके हैं जिससे रवि और खरीफ की फसल तथा धान की फसल बर्बाद हो चुका है। मानपुर पिपरा खुर्द मानपुर गांव निवासी शिव नाथ दुबे का कहना है कि शासन-प्रशासन मंत्री, विधायक, सांसद अपने कानों में रुई डाल कर सो गए हैं जिन्हें जरा भी परवाह नहीं है ।
आखिरकार इस परिस्थिति में गरीब किसान क्या करें क्या ना करें कुछ भी समझ में नहीं आ रहा है जो काफी अफसोस जनक बातें हैं। ग्रामीणों का कहना है कि दुबे छपरा , केहरपुर आदि जगहों पर मंत्री, विधायक, सांसद तथा जिलाधिकारी का दौरा हो रहा है, लेकिन अब तक फेफना विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत चितबड़ागांव कस्बा सहित दर्जनों गांव जलमग्न हो चुके है । कस्बा निवासी पूर्णमासी पांडेय का कहना है कि यदि यही स्थिति रही तो हालात और भी भयावह हो सकते है। तब शासन-प्रशासन कुछ नहीं कर पाएगा।
रिपोर्ट अतुल कुमार तिवारी
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