पटेल जयंती पर बोले बेबस: सरदार को प्रिय था अनुशासन
सुखपुरा(बलिया)। अनुशासन में रहकर ईमानदारी व कठोर परिश्रम से अध्ययन करने वाला बच्चा निश्चित रूप से सफल होता है और उसमें किसी तरह के अवरोध को खत्म करने का जज्बा भी मजबूत होता है। यह बातें मशहूर कवि व समाजसेवी बब्बन सिंह बेबस ने कही। वह प्राथमिक विद्यालय करमपुर नवीन पर सरदार वल्लभ भाई पटेल की जन्म जयंती पर आयोजित विचार गोष्ठी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। कहा कि सरदार पटेल भी अनुशासन प्रिय रहे हैं और उनके कठोर निर्णय के बदौलत 500 से ऊपर रियासतें भारतीय गणराज्य में मिली।उन्होंने राष्ट्र की एकता और अखंडता को मजबूती प्रदान करने का काम किया। आज हम एक भारत श्रेष्ठ भारत का जो सपना साकार होते हुए देख रहे हैं वह उनकी ही सोच थी। वर्तमान परिवेश में पटेल के नीतियों की अनिवार्यता विषयक गोष्टी को प्रधानाध्यापक रुस्तम अली,कुमुद दुबे सतीश कुमार ने भी संबोधित किया। विद्यालय के प्रधानाध्यापक उमेश कुमार सिंह एवं रुस्तम अली ने संयुक्त रूप से मुख्य अतिथि को अंगवस्त्रम एवं स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।इस मौके पर अभिमन्यु चौहान, आकाश सिंह,राम सिद्धि राम,सिद्धार्थ सिंह आदि मौजूद रहे।अध्यक्षता पूर्व प्रधानाचार्य विजय शंकर सिंह व संचालन उमेश सिंह ने किया।
रिपोर्ट— ऐके सिंह
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