सांप्रादायिक सौहार्द में खलल डालना पड़ा भरी,दस को जाना पड़ा जेल
नगरा,बलिया। छठ की रात को नगरा कस्बा में दो पक्षों में हुई मारपीट के मामले में पुलिस ने दस लोगो को शांति भंग में चालान कर दिया है। जहां न्यायालय ने उन्हें आजमगढ़ जेल भेज दिया। पुलिस की तत्परता से कस्बा का माहौल बिगाड़ने का प्रयास सफल नहीं हो पाया। वहीं मारपीट में दोनों पक्षों के घायल दस लोगो का प्राथमिक उपचार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा पर किया गया, जहा तीन की हालत गम्भीर देख चिकित्सक ने सदर अस्पताल रेफर कर दिया। दोनों पक्षों से मुकदमा दर्ज करने हेतु पुलिस को तहरीर नहीं दी गई है।
नगरा कस्बा के पूरब मुहल्ले में शनिवार की देर रात छोटे बच्चे पटाखा जला रहे थे। उसी वक़्त गांव का एक युवक बाइक से जा रहा था। इसीबीच बाइक सवार युवक ने छोटे बच्चो को डांटने लगा।
तभी छोटे बच्चो के परिवार का एक युवक भी आ गया और दोनों युवकों में तकरार होने लगी। दोनों युवक आपस में मारपीट करने लगे। शोर सुनकर दोनों युवकों के समुदाय के लोग पहुंच गए और दोनों तरफ से जमकर ईट पत्थर चलने लगा। जिसमें एक पक्ष के रमाकांत, अजीत, अंजनी, पप्पू, शुभम, शनि, धनंजय, छेदी और दूसरे पक्ष के हारून और सद्दाम घायल हो गए। मारपीट की सूचना पुलिस को मिली तो तुरन्त हरकत में आई पुलिस मौके पर पहुंचकर मौके से दस लोगो को तत्काल हिरासत में लेकर थाने भेज दी। वहीं सभी घायलों को प्राथमिक उपचार हेतु प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र नगरा पहुंचाई। इसके बाद फिर गांव में चक्रमण करना शुरू किया और दोनों पक्षों को लाठी भांजकर तीतर बीतर कर दिया। घटना स्थल पर भारी फोर्स तैनात कर दी गई। सूचना पर सी ओ रसड़ा और अपर पुलिस अधीक्षक बलिया भी पहुंच गए और रात भर गांव में डटे रहे तथा लोगो को इकट्ठा कर शांति बनाए रखने का प्रयास करते रहे। पूरब मुहल्ले में शांति तो बनी है लेकिन तनाव बरकरार है। मौके पर प्रयाप्त पुलिस बल मौजूद है।
रिपोर्ट— संतोष द्विवेदी
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