अमेरिका न्यू यॉर्क सहित साउथ एशिया में सराहे गए बागी बलिया के लाल
सिकंदरपुर, बलिया । जिले के युवा कवि एवं भोजपुरी सलिल गीतकार संजय सिंह राजपूत जी की काव्य रचनाओं को सात समंदर पार अमेरिका के न्यू यॉर्क ( यूएसए ) से प्रकाशित होने वाली पत्रिका "हम हिंदुस्तानी" एवं साउथ एशिया टाइम्स के "हिंदी पुष्प" मासिक पत्रिका में सराहा गया है। "हम हिंदुस्तानी" पत्रिका में इनकी रचनाएं निरंतर प्रकाशित हो रही है। संजय सिंह राजपूत ग्राम- दादर, पोस्ट- चड़वाॅ-बरवाॅ, थाना- सिकंदरपुर ( बलिया )के निवासी हैं। वर्तमान में ये हैदराबाद में प्राइवेट हिंदी शिक्षक है। पिता श्री रविन्द्र सिंह एवं ग्रामवासी बेटे के इस उपलब्धि से बहुत खुश हैं। इनकी इस उपलब्धि से जिले के साहित्यकारों ने युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बताया है। साहित्यकारों का कहना है कि इससे युवाओं में हिंदी साहित्य लेखन में रूचि बढ़ेगी और जिले का नाम अंतर्राष्ट्रीय जगत में रौशन होगा। जिले तमाम पत्रकारों ने संजय सिंह राजपूत को फोन कर इस उपलब्धि के लिए शुभकामनाएं दिया। जनपदवासियों में उनके इस उपलब्धि पर काफी हर्ष है।
रिपोर्ट-हेमंत राय
नमस्कार सर मैं अपनी एक रचना प्रेषित कर रहा हूं अगर वह प्रकाशित हो जाए तो कृपया सूचित कर देंl
ReplyDeleteव्यथा
जब शौर्य क्षितिज तक गूंजे, जल उठे ह्रदय में ज्वाला
जब व्याकुल होकर पौरूष , पी जाय हलाहल प्याला
जब चक्षु द्रवित हो उठते ,निकले कंठों गोपाला
टूटे जब गगन के तारे ,अविचल यह दृश्य निराला
बढ़ती अंतस्तल पीड़ा ,अमी ,मंडन काम न आए
जीवन ,अपकर्ष, तिरोभुत , ढह सारा दंभ तो जाए
मन का फिर शोक मे जाना, लोचन से अश्रु बहाए
जल रहे हुतासन सपने , यादों की याद सताए
आचरण ,निदेश ,नमूना, अथ शपथ प्रमोद में जीते
जीते आपत्ति सहारा, बिन लिप्सा जहर को पीते
पारितोषिक कष्टित सागर, जीवन के घाव को सीते
जीते बिन लिप्सा जीवन,रस करुणा कलश में जीते
अर्पण शुक्ल बहराइच उत्तर प्रदेश9792009976
सुंदर भावों को समावेशित किए एक सुंदर रचना
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