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ज्ञान यज्ञ में जीयर स्वामी ने दी शिक्षा, ना डाले पराई 'नार' पर नजर


दुबहर,बलिया। क्षेत्र के अखार गांव में हो रहे ज्ञान यज्ञ महोत्सव में कथा प्रवचन करते हुए भारत के प्रसिद्ध मनीशी सन्त जगतगुरु श्री त्रिदंडी स्वामी जी के कृपा पात्र शिष्य श्रीलक्ष्मी प्रपन्न जियर स्वामी ने कहा कि धर्म का आचरण  लाभ हानि के लिए नही करना चाहिए । धर्म करते समय लाभ हानि मन में नहीं आनी चाहिए, धर्म इंसान को मर्यादा संस्कृति को व्यवहार में लाने के लिए सक्षम है । धर्म पर चलने वाले का व्यवहार दिन पर दिन सुधर जाता है यह कम नहीं हैं ।उन्होंने नास्तिक लोगों को अपने विचार बदलने की सलाह देते हुए कहा कि परमपिता परमात्मा की सत्ता पर शंका करना उचित नहीं है । 

आज जिस तरीके से काल्पनिक चीजों को प्रयोग में लाकर हमें सुख मिल रहा है उसी प्रकार ईश्वर की कल्पना से भी मानव का जीवन सुधर जाता है । प्रकृति की व्यवस्था बनाने वाले भगवान हैं और भगवान हमारे अनुमान से भी परे हैं । किसी भी परिस्थिति में भगवान को नकारने की गुंजाइश नहीं है । जो शंका करता है वह भूल करता है । कथा में उन्होंने 5 तरह के अपराध पापों के बारे में बताते हुए कहा की भगवतापचार भगवान के भक्तों का अपमान करना है। भागवतपचार भगवान का अपमान करना है । अतिकरण उपचार निषेध कार्यों को करना है । कृतकर्म अपराध शास्त्र संगत व्यवहार ना करना है । असह्य पचार नए नए धर्म पंथ निकालना शास्त्र सम्मत बातों को नकारना है । कहा कि धोखा कपट शराब पीना पराई स्त्री पर नजर डालना तथा गायों को कसाई के यहां बेचना यह सबसे बड़ा पाप है । 

उन्होंने कथा में भगवान कृष्ण के परिवारी जनों द्वारा साधु संतों के अपमान तथा उनके श्राप से यदुवंशियों के विनाश की कथा को विस्तार से सुनाया । कहा कि किसी भी समाज में कोई अपराध करता है उसके अनुसार वह सजा भोगता है । लेकिन जो जितना बड़ा होता है उसको उसके ऊंचाई के अनुसार सजा भुगतना पड़ता है । उन्होंने इस विषय को कई उदाहरण देकर भी समझाया । 

ज्ञानयज्ञ महोत्सव में अनेक गांव के श्रद्धालुओं ने स्वामी जी के साथ भगवान की आरती की और प्रसाद ग्रहण किया।  इस मौके पर मुख्य रूप से संत श्रीधर चौबे ग्राम प्रधान पूनम सिंह रागिनी सिंह मंजू सिंह सुनील सिंह जई सिंह शशिकांत सिंह हैप्पी तिवारी अक्षयबर पांडे चंद्रप्रकाश पाठक राधा कृष्ण अन्जनी पाठक अशोक सिंह ओमप्रकाश तिवारी राधेश्याम दूबे पशुपतिनाथ दुबे  बिशाल प्रताप सिंह नीरज गोलू उमाशंकर पाठक पण्डित अश्वनीउपाध्याय आकाश गिरी अनिल चौबे गप्पू सिंह गुड्डू सिंह आदि लोग उपस्थित थे ।

रिपोर्ट— नीतेश पाठक

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