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मां के प्रसाद ने बदल दी कईयों की जिंदगी



# पुजारी रामबदन दास द्वारा दी गई जड़ी बूटियों से ठीक हुए कईयों के असाध्य रोग



बलिया: फेफना थाना क्षेत्र के वैना-पकड़ी गाँव स्थित पकड़ी धाम का काली मंदिर वैसे तो प्रदेश समेत पड़ोसी राज्यों में अपनी महत्ता के लिए खासा प्रसिद्ध है और  यहां आने वाले भक्तों की मुरादे भी मां काली पूरी करती हैं. लेकिन खास बात यह है कि यहां मिलने वाले मां के प्रसाद व माँ काली के उपासक व मंदिर के पुजारी राम बदन दास द्वारा दी जाने वाली जड़ी बूटियों ने न सिर्फ कईयों का जीवन सहारा है. बल्कि उन्हें असाध्य रोगों से भी मुक्ति दिलाई है. यही कारण है कि यहां शनिवार को भक्तों का रेला उमड़ता है. हालांकि लाक डाउन उनके चलते इन दिनों भक्तों का आने का सिलसिला थम सा गया है बावजूद इसके श्रद्धालुओं में मां की महिमा और पकड़ी धाम की महत्ता में कोई कमी नहीं आई है.

मां काली के प्रसाद से ठीक होने वाले लोगों की बात करें तो बैरिया थाना क्षेत्र के नौरंगा गांव निवासी रमाकांत राम पुत्र गेंदा राम काफी समय से लीवर की बीमारी से ग्रसित थे. इसके उपचार के लिए उन्होंने पश्चिम बंगाल के बोकारो समेत कोलकाता और रांची, छपरा  आदि स्थानों पर चिकित्सकीय उपचार कराया लेकिन कोई लाभ नहीं मिला. दौरान किसी ने उन्हें पकड़ी धाम के बारे में जानकारी दी और वहां मां के दरबार में मत्था टेकने की बात कही. इसके बाद रमाशंकर ने मां काली के दरबार में हाजिरी लगाई और वहां का प्रसाद लेने के साथ ही पुजारी रामबदन दास द्वारा दी गई जड़ी बूटियों का सेवन किया जिससे उनका मर्ज जाता रहा.


इसके अलावा बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के छाता गांव निवासी राजेंद्र गुप्ता तो अजीबोगरीब बीमारी से पीड़ित थे पहले उन्हें क्षय रोग हुआ उसके बाद एड्स के साथ हाथ पैर में झनझनाहट के साथ चलने फिरने में दिक्कत होने लगी.स्थिति इतनी खराब हो गई कि उनके जीने की उम्मीद भी धीरे-धीरे धूमिल होने लगी लेकिन इसी बीच पकड़ी धाम स्थित मां के मंदिर में मत्था टेकने और पुजारी रामबदन दास द्वारा दी गई जड़ी-बूटियों के सेवन से वह भला चंगा हो गए.

कुछ ऐसी ही स्थिति जुड़नपुर निवासी किरण देवी पत्नी सुनील यादव की थी उन्हें तो एक साथ कई बीमारियों ने घेर रखा था जिनमें लीवर के अलावा क्षय रोग के साथ-साथ निमोनिया की भी शिकायत थी जिसके कारण उन्हें सांस लेने मैं भी परेशानी हो रही थी लेकिन मां के दरबार में मत्था टेकने और प्रसाद के साथ साथ पुजारी रामबदन दास द्वारा दी गई जड़ी-बूटियों के सेवन से उनकी सभी बीमारी दूर हो गई. जबकि गड़वार थाना क्षेत्र के सलेमपुर गांव निवासी संतरा देवी पत्नी राजकुमार कनौजिया की हालत तो और भी बदतर थी. कुत्ते के काटने के कारण उनके शरीर में अकड़न समेत कई बीमारियों ने घर कर रखा था जिसके चलते उनका जीवन नर्क हो गया था. लेकिन पकड़ी धाम पर मिलने वाली जड़ी बूटियों के सेवन के साथ ही मां के प्रसाद ने असर दिखाया और आज वह भला चंगा अपने परिवार के साथ खुशहाल हैं.


जिगरीसर गांव निवासी विनय कुमार पांडे पुत्र श्री कांत पांडे की बात करें तो उनको उनके पुत्र को अजीबोगरीब बीमारी ने घेर रखा था काफी उपचार के बाद भी कोई सुधार नहीं होने पर उन्होंने पकड़ी धाम स्थित काली माँ के दरबार में मत्था टेका और पुजारी रामबदन दास को अपनी आपबीती सुनाई. पुजारी द्वारा प्रसाद और दी गई जड़ी-बूटियों से  उनका पुत्र भला चंगा हो गया. दूधैला गांव निवासी राहुल ठाकुर की पत्नी सीमा देवी की तो और खराब स्थिति थी. अक्सर बेहोश हो जाना और शरीर में सुन्नपन की शिकायत रहना उनकी दिनचर्या में शामिल हो गया था लेकिन पकड़ी धाम के दरबार में माथा टेकते ही उनकी बीमारी ठीक हो गई.
डेस्क

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