जाने क्यों और कहां टली कोटेदार के चयन की प्रक्रिया
मनियर (बलिया ) : शासन के निर्देश पर ग्राम पंचायत मनिकपुर में कोटे की दुकान को समूहों के महिलाओं को चयन करने के लिए रविवार को निर्धारित की गई थी। निर्धारित समय से करीब 3 घंटे बाद पहुंचे अधिकारियों ने चंद मिनट में यह कहकर टाल दिया कि त्रिस्तरीय पंचायत के अध्यक्ष की तबीयत खराब होने के कारण अग्रिम आदेश तक निरस्त की जाती है। निकट भविष्य में समय निर्धारित कर अवगत कराया जाएगा।
गौरतलब हो कि जिलाधिकारी बलिया द्वारा ग्राम पंचायत मानिकपुर में राजकीय सस्ते गल्ले की दुकान चयन हेतू राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन योजना के द्वारा समूह की महिलाओं का चयन किया जाना था। जिसकी नियत तिथि बिगत 25 सितंबर को तय की गई थी। लेकिन अधिकारियों ने पुलिस बल का अभाव व बर्षात के कारण चुनाव को स्थगित कर दी थी। जिससे झुब्ध सैकड़ो महिलाओं ने ब्लांक मुख्यालय पर पहुंच कर करीब तीन घंटे तक ब्लाककर्मीयों को बंधक बनाकर बाहर से ताला जड़ दिया था। जिसमें पुलिस की सुझबुझ व बिडियों के निर्देश पर अगली तिथि 27 सितम्बर को तय की गई थी।
रविवार को नियत तिथि व समय पर उक्त ग्राम पंचायत के पंचायत भवन पर जय माता दी महिला स्वंय सहायता समूह व पुर्वाचंल महिला स्वयं सहायता समूह के लगे अलग-अलग पंडालों में लोग इकठ्ठा हो गए। कोई अनहोनी न हो इसके लिए पांच थाने की मय फोर्स, एक प्लाटून पीएसी व अग्निशमन दस्ता सहित मनियर थाने की फोर्स पंचायत भन को चारो तरफ से घेरा बनायी जमी रही।
सभी तैयारियों पर पानी उस समय फिर गया कि करीब 3 घंटे बाद नायब तहसीलदार बांसडीह अंजू यादव ने नामित चुनाव अधिकारियों के साथ पहुंचकर कहा कि ग्राम पंचायत के त्रिस्तरीय समिति के अध्यक्ष शेषनाथ चौहान द्वारा प्रार्थना पत्र मिला है कि स्वास्थ खराब होने के कारण बाहर हूं। जिससे समिति के चुनाव में शामिल नही हो सकता। जिसके अनुपालन में बिडिओं मनियर रमेश कुमार यादव के आदेश पर अग्रिम आदेश निरस्त की जाती है। यह बात सुनते ही जनता आग बबुला हो नायब तहसीलदार से जबाब सवाल करने लगी ।
पंचायत भवन मानिकपुर पर सस्ते गल्ले की दुकान की चयन हेतू बैठक उपस्थित लोगों ने नायब तहसीलदार से उपस्थित लोगों ने कहा कि इस चुनाव को लगभग पांच बार से नाना प्रकार के बहाने बनाकर टाला जा रहा है। चुनाव टालने के लिए कोई न कोई नए चेहरे में अधिकारियों को खड़ा कर घोषणा कराकर खुलेआम ग्रामीणों को मूर्ख बनाया जा रहा है। जो न्याय संगत नही है। नायब तहसीलदार ने कहा कि इसकी प्रार्थना पत्र एसडीएम बांसडीह को दें। जिसकी जांच कर कारवाई की जाएगी।
लोगों की मानें तो पंचायत चुनाव की बिगुल बजने ही वाली है। जिसको लेकर प्रधान पद के दावेदार अपनी अपनी रोटी सेंकने के लिए माननीयों से दबाव बनाकर चुनाव को बार बार टलवा रहे है। चर्चाओं पर गौर करें तो सांसदों व विधायकों से उच्चाधिकारियों पर दबाव बनाकर बार बार किसी न किसी बहाने से चुनाव टलवाया जा रहा है। जिससे ग्रामीण पीसें जा रहे है।
रिपोर्ट राम मिलन तिवारी
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