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बलिया में दो नर्सिंग होम पर मंडराया संकट, जाने क्यों



बलिया: प्राइवेट नर्सिंग होम के लिए जारी प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने पर जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने दो अस्पतालों के खिलाफ नोटिस जारी किया है। लाइफ केयर क्लिनिक के डॉ एम आलम व अशर्फी अस्पताल के हरेंद्र सिंह को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब मांगा है कि क्यों न आपके अस्पताल का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाए।

दरअसल, जिलाधिकारी के संज्ञान में आया कि 11 सितम्बर को मृत अच्छेलाल खरवार 6 सितंबर को लाइफ केयर क्लीनिक में मुंह में छाले व सांस लेने में परेशानी के साथ गए। उनकी कई तरह की जांच की गई, लेकिन कोरोना टेस्ट नहीं कराया गया। उसके बाद 8 सितंबर को अशर्फी अस्पताल में SARI के लक्ष्मण के साथ भर्ती हुए। वहां भी उनका कोरोना टेस्ट नहीं किया गया। इसकी जानकारी कहीं से नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ हरिनंदन प्रसाद को हुई। वे अस्पताल गए और मरीज का टेस्ट कराया तो पॉजिटिव निकला। फिर वहां से एल-2 अस्पताल आजमगढ़ भेजा गया जहां इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। जिलाधिकारी ने नोटिस में कहा है कि निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने, यानि समय पर कोरोना जांच नहीं कराने की वजह से मरीज के इलाज में विलंब हुआ। साथ ही अस्पताल में भर्ती एवं आने वाले मरीजों में भी संक्रमण की प्रबल संभावना पैदा हुई। इसके लिए दोनों अस्पताल के संचालक की जवाबदेही तय करते हुए तीन दिन के अंदर जवाब मांगा है।

*एक बार फिर जारी की सबके लिए चेतावनी*

जिलाधिकारी ने कहा है कि पहले से ही प्राइवेट अस्पतालों के लिए प्रोटोकॉल जारी किया गया है कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों को प्रवेश से पहले पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मल स्कैनिंग तथा संदिग्ध मरीजों को अलग कर उनकी जांच कराने के बाद ही इलाज शुरू किया जाए। अगर कोई पॉजिटिव मिलता है तो कोविड कमांड सेंटर को सूचना दी जाए, ताकि समय से इलाज किया जा सके। लेकिन संज्ञान में आया है कि इसके अनुपालन में लापरवाही बरती जा रही है। उन्होंने एक बार फिर चेतावनी दी है कि अगर निर्धारित प्रोटोकॉल का अनुपालन नहीं हुआ तो मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।





रिपोर्ट धीरज सिंह

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