Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

बलिया में तैनात खाकी वर्दी वाला पशु तस्कर देवरिया मे पशुओ से लदी 2 ट्रकों के साथ गिरफ्तार



बेल्थरारोड, बलिया। पूर्व में बलिया जनपद के चौकिया पेट्रोल पम्प के समीप पशु तस्करो द्वारा बध के लिए ले जा रहे पशुओ से लदी ट्रक को छोड़े जाने का मामला  सुर्खियों में आने के बाद और महिला को मारने पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद भी बलिया पुलिस के अधिकारियों द्वारा कार्यवाही न करने से इस गोरख धंधे में लिप्त सिपाही का सोमवार को पाप का घड़ा भर गया ,जिसका नतीजा यह हुआ कि बलिया पुलिस तो नही लेकिन देवरिया पुलिस ने पुलिस की वर्दी को शर्मसार करने वाले सिपाही को गिरफ्तार कर लिया। बता दे कि उभांव थाना के दागी सिपाही दीपनारायण पासवान (वर्तमान में लाइन हाजिर) को भागलपुर पुल के पास गो तस्करों के साथ मईल थाना पुलिस ने सोमवार की सुबह पकड़ लिया। जिससे उक्त दागी सिपाही को संरक्षण देने वाले उसके बलिया के आकाओ के भी कान खड़े हो गए है। सिपाही सादे वर्दी में था और दो अन्य पशु तस्करों के साथ एक स्कार्पियो गाड़ी में सवार था। जो बलिया जनपद से उभांव थाना के रास्ते दो ट्रक में कुल 53 गोवंशीय मवेशी को तस्करी के लिए देवरिया के रास्ते बिहार भेजने में मदद कर रहा था। उक्त सिपाही उभांव थाना पर तैनाती के दौरान भी गो तस्करी में शामिल होने को लेकर बदनाम रहा है। उभांव थाना में वसूली के आरोप के कारण ही फिलहाल वह बलिया में लाइन हाजीर है।  सोमवार को उभांव थाना के रास्ते दो ट्रक गोवंशीय पशु को आगे ले जाने के लिए स्कार्पियों से पायलेटिंग कर रहा था। जिसे तस्करों के साथ मईल थाना पुलिस ने पहले रोका किंतु वे भागलपुर पुल पर पुलिस को चकमा देकर निकल गए। पुलिस ने पीछा किया और कुछ दूर बाद स्कार्पियों को पकड़ लिया। सादे वर्दी में सिपाही ने यहां भी रौब दिखाया किंतु मईल पुलिस ने तस्करों की जब खबर ली तो उनके निशानदेही पर पीछे से आ रहे दो अन्य ट्रक पर सवार कुल 53 गोवंशीय मवेशी भी बरामद कर लिए गए।  पूर्व में भी सिपाही दीपनारायण पासवान द्वारा  पशुओ से लदे ट्रक को  चौकियामोड़  रिलायंस पेट्रोल पम्प के पास से मोटी रकम लेकर छोड़ दिया गया था। साथ ही एक महिला को  मकान बनवाने  पर रात में दीपनारायण व अन्य सिपाहीयो द्वारा मारने पीटने का वीडियो वायरल होने के बाद भी कोई कार्यवाही न होने की घटना काफी चर्चा में रही थी ।

                                  


रिपोर्ट संतोष द्विवेदी

No comments