हर्षोल्लास के साथ सम्पन्न हुआ शालिग्राम संग तुलसी विवाह
रतसर (बलिया) ग्रामीण क्षेत्रों में प्रबोधिनी एकादशी को बुद्धवार की देर शाम आस्था व उल्लास के साथ तुलसी विवाह की रस्म अदा की गई। कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को लोग देव उठनी एकादशी के नाम से जानते है। बुद्धवार को पूरे दिन विवाह की तैयारी चली। श्रद्धालु महिलाओं ने आंगन में लगे तुलसी के चबूतरे की रंगाई पुताई कर आकर्षक ढंग से सजाया था। ईख से मण्डप बनाकर तुलसी व शालिग्राम भगवान के विवाह की परम्परा का निर्वाह किया। भक्ति व विवाह गीतों से वातावरण मांगलिक हो गया था। प्रबोधिनी एकादशी के दिन ही विगत चार माह से सोए विष्णु भगवान जागृत हो जाते है और भक्तों द्वारा की गई सभी पूर्व आराधनाओं का शाश्वत फल प्रदान करते है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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