आगें निकलने की बाईक चालकों की होड़ से लगता है जाम
रेवती (बलिया) इस समय क्या युवा, क्या बुजुर्ग दो पहिया बाईक का सबमें क्रेज बढ़ गया है । जनपद व नगर का किसी चट्टी चौराहों पर पर नजर डालने से सड़कों पर बाईक सवार फर्राटे से दौड़ लगाते दिख जा रहे हैं । बाईकों का शैलाब देख नहीं लगता कि भारत में गरीबी है।
हाल यह हो गया है कि दस कदम भी कोई पैदल नहीं चलना चाहता । बाजार में जाम का एक कारण बाईक सवार युवकों में सबसे आगे निकलने की मानों होड़ सी लगी रहती है । अब तो टीन एजर किशोर भी बेखौफ बाईक की सवारी करने लगे हैं । जिसके चलते ऐसा कोई दिन खाली नही जाता जिस दिन जनपद व क्षेत्र में एक्सीडेंट में दो चार जाने नही जाती हो । घायल होने वालों की संख्या की तो कोई गिनती ही नही की जाती । शासन व प्रशासन के जागरूकता अभियान के बावजूद अब तो पुलिस, आर्मी, उ प्र सरकार , डाॅ, प्रेस लिखे बाईकों की भरमार हो गई है। हादसो के बाद भी कोई सबक लेना नही चाह रहा है । यही कारण है कि जनपद व क्षेत्र में आये दिन दुर्घटना के समाचार से दो चार होना पड़ रहा है ।
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पुनीत केशरी
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