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गायत्री महायज्ञ में कोरोना महामारी को भगाने के लिए दी आहुति

 



33 कोटि देवताओं का आवाह्न कर प्रतिष्ठित कराया


बलिया। महावीर घाट  स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर 108 कुन्डी गायत्री महायज्ञ के दूसरे दिन शनिवार को 33 कोटि के देवताओं का आवाहन कर उन्हें स्थापित किया गया।जिसके मुख्य यजमान डा.सुजीत सिंह व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती सरिता देवी रही।
उसके बाद सभी देवी-देवताओं के नाम से हवन किया गया।इतना ही नहीं कोरोना के कीटों का शीघ्रातिशीघ्र पतन हो जाय और उससे जनमानस को हुये नुकसान की भरपाई के लिए भी वैदिक मंत्रोच्चार के द्वारा आहुतियां दी गई।देश की रक्षा में बार्डर पर तैनात सैनिकों के कल्याण हेतु भी आहुति दी गई। जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भाग लिया।




कार्यक्रम की शुरुआत मां गायत्री, पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य व माता भगवती देवी के चित्र पर फूल माला व दीप प्रज्वलित कर किया गया।इसके बाद शांतिकुंज हरिद्वार से आये विद्वान आचार्यों को तिलक लगाकर शक्तिपीठ प्रमुख विजेंदर नाथ चौबे ने स्वागत किया।शांतिकुंज हरिद्वार से आये संगीतमय टोली के नायक सुरेन्द्र सिंह ने सभी देवी-देवताओं का वैदिक मंत्रोच्चार के द्वारा पूजन कराया।आये आये हैं सारे देव हमारे कलशे में ब्रह्मा जी आये बिष्णु जी आये भोले शंकर का हो गया वास हमारे कलशे में। मां तेरे चरणों में हम शीश झुकाते है,श्रद्धा पूरीत होकर दो अश्रु चढ़ाते हैं।संगीत सहयोग में  रविन्द्रनाथ शास्त्री, पन्ना लाल, कैलाश जी, चंदनजी रहे।
इस दौरान यज्ञशाला प्रभारी ममता गुप्ता व उनके टीम के दिव्यांजली, शालू, प्रज्ञा, लक्ष्मी, जया मिश्र, कुसुम, सलोनी, खुशी, पूजा, दिव्या, बबीता,
ने सराहनीय योगदान दिया।



मनुज देवता बने बने यह धरती स्वर्ग समान....


बलिया।मनुज देवता बने, बने यह धरती स्वर्ग समान यही संकल्प हमारा।विचार क्रांति अभियान इसी को कहते युग निर्माण यही संकल्प हमारा। मनुष्य में देवत्व का उदय व धरती पर स्वर्ग का अवतर हेतु गायत्री मिशन है,प्यार व सहकार से भरा पूरा परिवार ही धरती का स्वर्ग होता है।गायत्री मिशन जीवन जीने की कला सिखाता है। शान्तिकुञ्ज हरिद्वार से आये विद्वान आचार्य सुरेन्द्र सिंह ने कहा कि आहार निद्रा भय मैथुन्म च सामान्य में तद पशु भी नाराणाम।धर्मो हितेशाम अधिको विशेषों धर्मेण हीन पशु भीह समान। हमारे जीवन में संयम सीखाता है संयम बिहीन इंसान नरपशु के समान है।


सभी संस्कार होंगे कल-विजेन्द्र नाथ




बलिया।महावीर घाट स्थित गायत्री शक्तिपीठ पर रविवार को सुबह आठ बजे से देवपूजन व 108 कुन्डी गायत्री महायज्ञ किया जायेगा।इस दौरान जनपद का  कोई भी व्यक्ति इस महायज्ञ में शामिल हो सकता है।उसके बाद नामकरण संस्कार, मुण्डन संस्कार, विद्यारंभ, दीक्षा व यज्ञोपवीत संस्कार सम्पन्न होगें।जो सभी निःशुल्क है।विवाह संस्कार के लिए कोई रजिस्ट्रेशन पहले से नहीं हुआ है। यह जानकारी शक्तिपीठ प्रमुख विजेन्द्र नाथ चौबे ने दी।बताया कि शाम को दीप महायज्ञ होगा।


बच्चों ने सास्कृतिक कार्यक्रम कर मनमोहा



बलिया।मिशन से जुड़े परिवारों के बच्चों ने शनिवार की शाम संस्कृति कार्यक्रम कर लोगों का मन मोह लिया।इस दौरान महाभारत के प्रसंग द्रोपदी का चीरहरण को बड़े ही मार्मिक ढ़ंग से प्रस्तुत किया।संदेश दिया कि  भगवान पर पूर्ण आस्था रखने वालों के सभी संकट को प्रभु हर लेते हैं और दुष्टों का नाश करते है।इसके अलावा घर-घर अलख जगाएगे,देश भक्ति कविता, सबसे अच्छे मेरे पापा, शिव ताण्डव आदि प्रमुख सास्कृतिक कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।जिसके प्रभारी अक्षरा विश्वकर्मा व गणेश यादव रहे।दिव्यांजली के निर्देशन व देखरेख में प्रस्तुत करने वालों बच्चों में स्वीटी, अर्पिता, रवि, राहुल, शिवम, आन्नद,खुशी, मुस्कान, दुर्गा, नन्दनी,,हिमांशु, अभि दिव्या, डाली,प्रिंस, नीरज, आदि रहे।



रिपोर्ट धीरज सिंह

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