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प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना का 66,000 से अधिक महिलाओं को मिला लाभ

 


रिपोर्ट : धीरज सिंह

- पहली बार गर्भवती होने पर तीन किस्तों में मिलते हैं 5000 रुपये

- मातृ एंव शिशु मृत्यु दर में कमी लाना योजना का मुख्य उद्देश्य

- समस्या आने पर कॉल करें हेल्प लाइन नम्बर – 7998799804


बलिया : कोरोना काल में कमजोर वर्ग के लोगों की आर्थिक स्थिति पर सीधे तौर पर असर पड़ा है। ऐसे में पहली बार गर्भवती होने वाली महिलाओं के कल्याण के लिए जनवरी 2017 में शुरू की गयी प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना उनके लिए वरदान साबित हो रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना व गर्भवती और गर्भस्थ शिशु को पर्याप्त मात्रा में पोषक तत्व उपलब्ध कराना है। योजना के तहत पहली बार मां बनने वाली गर्भवती के खाते में तीन किस्तों में 5000 रुपये दिए जाते हैं ।

अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी/नोडल अधिकारी डॉ० सुधीर कुमार तिवारी ने बताया कि केंद्र सरकार ने जनवरी 2017 में इस योजना का शुभारंभ किया था। विभाग का पूरा प्रयास रहता है कि इस योजना का लाभ शत प्रतिशत पात्र लाभार्थियों तक पहुंचे। प्रत्येक माह लक्ष्य के सापेक्ष शत प्रतिशत लाभ दिलाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। जिले में 11 मार्च  2021 तक 66665 पात्र पहली बार  गर्भवती हुई महिलाओं को लाभ देने के लिए पंजीकरण किया जा चुका है।

  उन्होने बताया कि इस योजना का शत प्रतिशत लाभ पात्र गर्भवती को दिलाने के लिए सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अधिकारियों व कर्मचारियों को प्रायः निर्देशित किया जाता रहता है कि कोई भी पात्र लाभार्थी इस योजना से वंचित न रहे। मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाना, गर्भवती व धात्री महिलाओं के सही खान-पान व पोषण की स्थिति में सुधार लाना इस योजना का उद्देश्य है। 


तीन किस्तों में मिलते हैं 5000 रुपये-

योजना के जिला कार्यक्रम समन्वयक इमरान अहमद ने बताया कि इस योजना में पंजीकरण कराने के साथ गर्भवती को पहली किश्त के रूप में 1000 रुपये दिए जाते हैं। प्रसव पूर्व कम से कम एक जांच होने पर गर्भावस्था के छह माह बाद दूसरी किश्त के रूप में 2000 रुपये और बच्चे के जन्म का पंजीकरण होने और बच्चे के प्रथम चक्र का टीकाकरण पूर्ण होने पर तीसरी किश्त में 2000 रुपये दिए जाते हैं। तीन किस्तों में 5000 रुपये की धनराशि खाते में डीबीटी के माध्यम से दी जाती है। इसके साथ ही पीएमएमवीवाई का 7998799804 हेल्प लाइन नम्बर भी जारी किया जा चुका है । कोई भी लाभार्थी उक्त हेल्पलाइन नम्बर पर फोन कर योजना से जुड़ी जानकारी प्राप्त कर सकते है।


जानें कैसे मिलेगा योजना का लाभ-

सामुदायिक एवं नगरीय/प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत प्रभारी चिकित्साधिकारी की निगरानी में गांव व वार्ड की आशा कार्यकर्ता , आशा संगिनी, एएनएम, बीसीपीएम/बीपीएम के माध्यम से फार्म भरा जाता है। लाभार्थियों को इस योजना का लाभ पाने के लिए मुख्य रूप से मातृ एवं शिशु सुरक्षा (एमसीपी) कार्ड, गर्भवती महिला व उसके पति का आधार कार्ड तथा लाभार्थी के खाता की पासबुक की फोटो कॉपी फार्म भरते समय जमा करना होता है।


यह कहा लाभार्थियों ने:- 

1प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना  का लाभ उठा चुकी ग्राम जनाड़ी निवासी अर्चना देवी ने बताया कि इससे उनको अपने पौष्टिक खान पान में बहुत मदद मिली  । 

2 ग्राम चंदवक निवासी दशमी खरवार ने बताया कि इससे घर की आर्थिक हालात ठीक न होने के बाद भी पोषक खाने की कमी नही हुई जिससे बच्चा भी स्वस्थ पैदा हुआ। 

3 ग्राम फुलवरिया निवासी शिवकुमारी ने विस्तार से बताया कि पहली किस्त में मिले 1000 रुपये से उन्होंने अपने लिए फल आदि लिया फिर दूसरी क़िस्त के 2000 रुपये से अपने लिये अन्य पौष्टिक  खाने तथा अंतिम क़िस्त के तौर पर मिले 2000 रुपये से गांवों में बनने वाले गर्भवती महिलाओं का मसाला आदि की व्यवस्था की जिससे वह और उनका बच्चा दोनो स्वस्थ हैं।

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