धर्म के समान कोई दुसरा सत्य नही है : संत बालक दास
रतसर (बलिया) क्षेत्र के जनऊपुर गांव स्थित हुलहुल बाबा के मन्दिर परिसर में आयोजित नौ दिवसीय रुद्र महायज्ञ एवं रामकथा के दुसरे दिन शनिवार को यज्ञाचार्य पं० यज्ञेश उपाध्याय व गनेश तिवारी द्वारा पंचांग पूजन, मण्डप पूजन व मण्डप प्रवेश आदि अनुष्ठान सम्पन्न कराए गए। इस अवसर पर यज्ञशाला की परिक्रमा के लिए श्रद्धालुओं का रेला दोपहर तक लगा रहा। परिक्रमा के बीच श्रद्धालुओं के जयकारों से पुरा वातावरण भक्तिमय बना रहा। सान्ध्य प्रवचन बेला में संत बालक दास जी महाराज के संगीतमय प्रवचन से श्रद्धालु भक्ति रस की गंगा में गोते लगाते रहे। प्रवचन में संत श्री ने बताया कि धर्म के समान कोई दुसरा सत्य नही है । आदिकाल से ही मनीषियों, ऋषियों ने पुराण, रामायण व महाभारत जैसे ग्रंथ के माध्यम से समय - समय पर धर्म के पथ पर चलने के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। इसका उदाहरण देकर बालक दास जी ने उपस्थित भक्तों को भक्त वात्सल्य से सारोबार कर दिया। यज्ञकर्ता संत अनाम दास जी अपने प्रवचन में कहा कि गुरुकृपा तथा संत समागम से भगवत कृपा मिलती है। प्रवचन के बाद वृन्दावन बरसाने से आयी रास मण्डली की कृष्ण लीला देखकर दर्शक भावविभोर हो गए। इस अवसर पर पिन्टू सिंह चौहान, राधेश्याम पाण्डेय, कन्हैया पाण्डेय, मिथिलेश पाण्डेय, राकेश पाण्डेय "काजू ", कोशलेश पाण्डेय आदि मौजुद रहे।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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