लाकडाउन के चलते सादगी के साथ घरों में दीये जलाकर मनाई गई परशुराम जयन्ती
रतसर (बलिया) बाबा परशुराम युवा मंच जनऊपुर के तत्वाधान में शुक्रवार को परशुराम जयन्ती बड़े ही सादगी के साथ घरों में मनाई गई। संस्था के अध्यक्ष पं० सक्षम पाण्डेय ने भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर पूजन अर्चन किया। जनऊबाबा साहित्यिक संस्था निर्झर के संयोजक पं० धनेश शास्त्री ने बताया कि अक्षय तृतीया के दिन भगवान परशुराम का जन्म हुआ था। अक्षय तृतीया को पुण्य प्रदान करने वाला पर्व भी कहते है। पूरे साल में कोई भी तिथि क्षय हो सकती है लेकिन बैशाख माह की शुक्ल पक्ष की तृतीया का कभी क्षय नही होता। इस कारण इसे अक्षय तृतीया कहते है । इस दिन महिलाएं परिवार के समृद्धि के लिए विशेष व्रत रखती है। पं सक्षम पाण्डेय ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर के कारण परशुराम जयन्ती लाकडाउन में पड़ी है इस कारण जयन्ती बेहद सादगी के साथ मनाई गई और कोई भी धार्मिक समारोह या शोभायात्रा नही निकाली गई। इस दौरान संस्था के सदस्यों ने देववृक्ष पीपल का पौधा लगाकर इसकी देखभाल व संरक्षण का संकल्प लिया। छात्रनेता आशीष मिश्रा ने कहा कि वर्तमान दौर में प्रकृति उपेक्षा की शिकार है इसका परिणाम कोरोना बीमारी है। इस वजह से जनजीवन पर संकट मडरा रहा है ऐसे में भगवान परशुराम के सिद्धान्त और प्रासंगिक हो जाते है। इस अवसर पर रितेश मिश्रा, अमृत पाण्डेय, शुभम पाण्डेय, नवनीत, अभिनव, विनीत, निशान्त,अनुभव पाण्डेय, पियुष पाण्डेय, विशाल पाण्डेय, मनोज, निरंजन पाण्डेय, रितेश पाण्डेय, राहुल पाण्डेय एवं रोहित पाण्डेय मौजुद रहे।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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