मॉ के दर पर मिलीं औषधियों से ठीक हुई कोरोना की बीमारी
बलिया। इसे चमत्कार करें या मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत। तभी तो गाजीपुर जनपद के सजना गांव निवासी रामलाल राम को डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमित होने की बात बता कर इलाज से मना कर दिया था। वह पकड़ी धाम स्थित मां काली के प्रसाद और पुजारी रामबदन भगत द्वारा दी गई जड़ी बूटियों (फकिया, गोली और तेल) के सेवन से ना सिर्फ स्वस्थ्य हो गये बल्कि अब आम जीवन व्यतीत कर रहे है।
पांच जून 2021अपनी व्यथा सुनाते हुए रामलाल बताते हैं कि एक माह पूर्व उनको सामान्य सर्दी-जुकाम व बुखार हुआ, जो धीरे-धीरे बढ़ता गया। इसके उपचार के लिए पहले गाजीपुर, मोहम्मदाबाद फिर बक्सर के डॉक्टरों से उपचार कराया, लेकिन बीमारी ठीक होने की बजाए लगातार बढ़ती जा रही थी। बताया कि जब इसकी खबर धनेठा गांव निवासी उनके रिश्तेदार नथुनी राम को हुई तो उन्होंने मुझें पकड़ी धाम स्थित मां काली मंदिर की महिमा के बारे में बताया और वहां जाकर मां की स्तुति करने की सलाह दी। इतना ही नहीं मेरे रिश्तेदार ने मुझे और मेरी पत्नी तारा देवी को लेकर पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर पहुंचाया और मंदिर के पुजारी और मां काली के अनन्य उपासक रामबदन भगत से अपनी समस्या बताई। मेरी व्यथा सुन पुजारी ने पहले उन्हें मॉ का प्रसाद दिया और फिर मॉ से अपनी अर्जी लगाने और फकियां, गोली और तेल दिया तथा उसके नियमित सेवन की बात कही।
राम लाल बताते हैं कि इसके बाद मानों चमत्कार सा हुआ, जिस पीड़ा के निदान के लिए वह बक्सर समेत तमाम बड़े शहरों के डॉक्टरों के यहां चक्कर लगाया था और ठीक होने की बजाया मरणासन्न स्थिती में चला गया था। वह फकियॉ, गोली और तेल का सेवन करते ही ठीक हो गया। निराश होकर लौट आया वह पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में आते ही छूमंतर हो गया.
डेस्क
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