शिवाल मठिया,गोपालनगर, मानगढ़ सहित आधा दर्जन गांव बाढ़ में घिरे, राहत व बचाव की व्यवस्था नदारद
बैरिया(बलिया)।तहसील क्षेत्र के सुरेमनपुर पुरानी रेलवे लाइन के उत्तर बसे उत्तरी दीयरांचल के शिवाल मठिया,गोपालनगर, मानगढ़,गोपालनगर टाड़ी,वशिष्ठनगर,देवपुर सहित कुल आधा दर्जन गांवों के घरों में अब सरयू नदी के बाढ़ का पानी घुसने को आतुर है।यह सभी गांव बाढ़ के पानी से घिर चुके है,लोग अपने मवेशियों और बच्चों के साथ सुरक्षित स्थानों पर शरण लेने के लिए पलायन करने लगे है।
तहसील प्रशासन द्वारा सरयू नदी के तत्वर्ती इन गांवों में समुचित राहत व बचाव की व्यवस्था नही किये जाने से ग्रामीणों में रोष है।नावों की अपर्याप्त व्यवस्था के कारण दीयरांचल के लोग अपने को असुरक्षित महसूस कर रहे है।वही राशन की कमी भोजन पकाने के ईंधन का अभाव यहा के लोगो के लिए कोढ़ में खाज बना हुआ है।बाढ़ के कारण बिजली काट दी गयी है मिट्टी तेल उपलब्ध कराने में शासन प्रशासन पूरी तरह से विफल है।ऐसे में रात के अंधेरे में बाढ़ में डूबे इन गावो के लोगो को जंगली जीव जंतु काटने का डर सताने लगा है।एक तरफ एनएच 31 के किनारे पटरियों पर बसे बाढ़ पीड़ितों को दिन में विधायक सुरेन्द्र सिंह अपने लंगर में खाना खिला रहे है तो वही रात में पका पकाए भोजन का पैकेट तहसील प्रशासन उपलब्ध करा रहा है।किंतु सुरेमनपुर दीयरांचल के बाढ़ पीड़ितों को यह सुविधा उपलब्ध नही कराई गई है।वही सरयू नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से यहा के लोगो को परेशानी बढ़ती जा रही है।इस संदर्भ में पूछने पर एसडीएम अभय कुमार सिंह ने बताया कि पका पकाया भोजन केवल उन्हीं लोगो को उपलब्ध कराने का प्रविधान है जो अपना घर छोड़कर बन्धो,सड़को पर शरण लिए हुए है,सुरेमनपुर दीयरांचल के लोग बाढ़ से जरूर परेशान है किंतु वह अभी अपने घरों में ही है,जहा तक नाव बढाने की बात है तो वहां लेखपाल तैनात है उनके रिपोर्ट मिलने पर कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट : वी चौबे
 
 

 

 
 
 
 
 
 
 
No comments