बलिया के इस प्राथमिक विद्यालय के शिक्षामित्र की संविदा निरस्त
बलिया: यूपी के बलिया जिले में दुबहड़ ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय सरांक के शिक्षामित्र जितेंद्र पाठक की संविदा निरस्त कर दी गई है। उन पर शिक्षामित्र रहते हुए कोटे की दुकान चलाने का आरोप है। बीएसए शिवनारायण सिंह ने यह कार्रवाई दुबहड़ ब्लाक के ही पटखौली गांव निवासी पंकज पाठक की शिकायत पर की है।
शिकायतकर्ता ने डीएम से शिकायत की थी कि जितेंद्र पाठक गांव में कोटे की दुकान चलाते हैं। साथ ही शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत हैं। इस प्रकार वे दोहरा लाभ ले रहे हैं। डीएम ने बीएसए को मामले की जांच का आदेश दिया। बीएसए ने दुबहड़ ब्लॉक के खंड शिक्षा अधिकारी से मामले की जांच करायी। बीईओ ने अपनी जांच रिपोर्ट ने शिकायत सही पायी। उन्होंने बीएसए को जांच रिपोर्ट दी, जिसमें जिलापूर्ति अधिकारी की भी आख्या थी।
जिलापूर्ति अधिकारी ने अपनी आख्या में लिखा है कि जितेन्द्र के नाम कोटे की दुकान थी। उन्होंने 15 मई 2012 को कोटे की दुकान के लिए त्यागपत्र दे दिया था, जिसे 9 जनवरी 2013 को एसडीएम को स्वीकृत कर लिया था। हालांकि डीएसओ ने अपनी आख्या में लिखा है कि जितेन्द्र के शिक्षामित्र के पद पर कार्यरत रहने की बात उनके संज्ञान में नहीं थी। बीएसए ने माना है कि जितेन्द्र ने कोटे की दुकान लेते समय शिक्षामित्र होने की बात छुपाई थी। इस प्रकार वो दोहरा लाभ लेने के दोषी हैं। बीएसए ने जितेन्द्र की संविदा तत्काल प्रभाव से निरस्त कर दी है।
रिपोर्ट : धीरज सिंह
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