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बलिया, मऊ एवं आजमगढ़ में वैक्सीनेशन की गति में सुधार लाने की कमिश्नर ने दी हिदायत





निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण में प्राप्त फार्मो का निस्तारण भी साथ-साथ होना चाहिए


बीडीओ के माध्यम से गांवों के विकास कार्यों का निरीक्षण करायें तथा सीडीओ नियमित रूप से उसका जायज़ा लें: विजय विश्वास पन्त


 आज़मगढ़, 16 नवम्बर: मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने मंगलवार को अपने कैम्प कार्यालय से ज़ूम ऐप के माध्यम से शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाले विकास कार्यक्रमों की समीक्षा के दौरान कहा कि गांवों में जो भी विकास कार्य कराये जा रहे हैं उसका नियमित रूप से बीडीओ के माध्य से निरीक्षण करायें तथा माह में कम से कम एक दो बार मुख्य विकास अधिकारी सभी बीडीओ के साथ बैठक कर उसका जायजा लंे, ताकि विकास कार्यों की गुणवत्ता बनी रहे। उन्होंने सभी सीडीओ को भी गांवों का निरीक्षण करने का निर्देश देते हुए कहा कि जिन कार्यों में कमी पाई जाये, उससे सम्बन्धित विभाग को अवगत कराते हुए कार्यवाही भी करायंे। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने कहा कि गांवों में हुए इण्टर लॉकिंग कार्य में प्रयुक्त ब्रिक्स की क्वालिटी अत्यन्त खराब पाई गयी है। इसके अलावा सामुदायिक शौचालयों की भी गुणवत्ता ठीक नहीं मिली है। उन्होंने सभी मुख्य विकास अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांवों के भ्रमण के दौरान इस ओर विशेष ध्यान दें तथा आवश्यकतानुसार ऐसे कार्यों की जॉंच करायें। उन्होंने यह कहा कि बैठकों में खण्ड विकास अधिकारियों को दिये गये निर्देशों के अनुपालन की भी समीक्षा की जाय। मण्डलायुक्त ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की प्रगति की समीक्षा में पाया कि कोविड वैक्सीनेशन में गत माह जनपद आज़मगढ़ 69वें, मऊ 66वें तथा बलिया 75वें स्थान पर था, जबकि इस माह में आज़मगढ़ की प्रगति में सुधार हुआ है, परन्तु मऊ एवं बलिया में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है। उन्होंने इस स्थिति पर नाराजगी व्यक्त करते हुए सम्बन्धित मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस ओर विशेष ध्यान देकर वैक्सीनेशन को बढ़ाया जाय तथा माह के अन्त तक तीनों जनपद को 40वें स्थान से नीचे लाना सुनिश्चित किया जाय। इस सम्बन्ध में उन्होंने जिलाधिकारियों से कहा कि वैक्सीनेशन की प्रगति की नियमित रूप से समीक्षा करें तथा प्रगति कम मिलने पर सम्बन्धित का उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही करें। बताया गया कि मण्डल के जनपदों में कोल्डचेन की स्थिति में सुधार हो रहा है। तीनों जनपदों में लाजिस्टिक्स की समस्या बनाये जाने पर मण्डलायुक्त श्री पन्त ने तीनों जनपद के जिलाधिकारी से कहा कि बार-बार यह समस्या बताई जा रही है, इसलिए इसका तत्काल निरीक्षण कर 25 नवम्बर तक वस्तुस्थिति से अवगत करायें, ताकि इसका समाधान कराया जा सके।


      मण्डलायुक्त विजय विश्वास पन्त ने वर्तमान में चल विधान सभा निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण कार्यक्रम में की सीमीक्षा के दौरान कहा कि निर्वाचक नामावली में नाम जोड़ने, हटाने आदि के सम्बन्ध में जो भी फार्म आयें उसे पूरी गंभीरता से लें तथा प्राप्त फार्मों के निस्तारण की कार्यवाही भी साथ-साथ की जाय। 


उन्होंने गत दिवस जनपद आज़मगढ़ एवं मऊ में निर्वाचक नामावलियों के पुनरीक्षण कार्यों की स्वयं द्वारा किये गये स्थलीय निरीक्षण की चर्चा के दौरान कहा कि इसकी तैयारियॉं जैसी होनी चाहिए थी कतिपय स्थानों पर वैसी नहीं पाई गयी। इसके अलावा फार्म 6 का निस्तारण भी सरसरी तौर पर होना पाया गया। इस सम्बन्ध में उन्होंने जिलाधिकारियों को इस ओर विशेष ध्यान देकर व्यवस्थायें चुस्त दुरुस्त कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि बीएलओ के कार्यांे पर बराबर नज़र रखी जाय। मण्डलायुक्त श्री पन्त ने धान खरीद की समीक्षा में पाया कि सारी तैयारियॉं मुकम्मल हैं, परन्तु मिलरों का सम्बद्धीकरण अवशेष है। उन्होंने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया कि जहॉं सम्बद्धीकरण नहीं हुआ है वहॉं तत्काल सम्बद्धीकरण करायें। श्री पन्त ने बैठक के दौरान जिलाधिकारियों से कहा कि जिन लेखपालों की तहसील और हल्का तैनाती की अवधि पूर्ण हो चुकी है उन्हें राजस्व परिषद की गाइडलाइन के अनुसार स्थानान्तरित करें। सड़कों को गड्ढामुक्त किये जाने के सम्बन्ध में मुख्य अभियन्ता लोक निर्माण विभाग ने अवगत कराया कि इस कार्य हेतु जो सड़कें प्रस्तावित हैं उन्हें 30 नवम्बर तक गड्ढामुक्त कर दिया जायेगा। इस पर मण्डलायुक्त ने तीनों जनपद के मुख्य विकास अधिकारियों को निर्धारित अवधि के बाद सड़कों की जॉंच कर आख्या देने हेतु निर्देशित किया।

 मण्डलायुक्त श्री पन्त ने समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी आज़मगढ़ राजेश कुमार, जिलाधिकारी मऊ अमित सिंह बंसल, जिलाधिकारी बलिया अदिति सिंह, तीनों जनपद के सीडीओ, सीएमओ, डीपीआरओ सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारियों से संवाद कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया। इस अवसर पर संयुक्त विकास आयुक्त पीएन वर्मा, उप निदेशक अर्थ एवं संख्या तौकीर हुसैन, अपर निदेशक, स्वास्थ्य डा. घनश्याम सिंह, उप निदेशक समाज कल्याण सुरेश चन्द, मण्डलीय अर्थ एवं संख्याधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव, यूनिसेफ के सौरभ सिन्हा व गवासुद्दीन आदि उपस्थित थे।





रिपोर्ट धीरज सिंह

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