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भीषण गर्मी में अघोषित बिजली कटौती से मचा हाहाकार,ग्रामीण क्षेत्रों में महज 8 से 10 घंटे हो रही है आपूर्ति






रतसर (बलिया):विद्युत विभाग की ओर से भले ही रोस्टर के मुताबिक आपूर्ति का दावा किया जा रहा है,लेकिन यह दावा हवाई साबित हो रहा है। अघोषित कटौती के कारण लोग परेशान है। ग्रामीण इलाकों में तो सिर्फ आठ से 10 घंटे ही आपूर्ति हो रही है। इसके चलते लोगों को इस प्रचंड गर्मी में गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नगर पंचायत स्थित विद्युत उपकेन्द्र पर कुल 11782 उपभोक्ता है जिनको बिजली आपूर्ति के लिए 328 ट्रांसफार्मर मौजूद है। उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति करने के लिए शेड्यूल भी बनाया गया है, जिसमें शहरी क्षेत्र में 24 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है,जबकि तहसील क्षेत्र में साढ़े 21घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली आपूर्ति का शेड्यूल है जिसके उलट ग्रामीण इलाकों में 8 से 10 घंटे ही आपूर्ति हो रही है। इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय नगर पंचायत स्थित विद्युत उपकेन्द्र पर जर्जर तार एवं क्रास-आर्म के कारण शार्ट-सर्किट से अगलगी के चलते दिन भर विद्युत आपूर्ति बन्द कर दी जाती है। वहीं शाम को ओवर लोडिंग के चलते तीन से चार बार बिजली कटती है।कुल मिलाकर महज 8 से 10 घंटे ही विद्युत आपूर्ति होती है। हाल यह हो गई है कि भीषण गर्मी व उमस से लोगों का रात में घंटा दो घंटा सोना हराम हो गया है। घरों में लगे इनवर्टर भी जबाब दे रहा है वहीं लो वोल्टेज के चलते समरसेबुल से पानी नही चढ़ पा रहा है I यह स्थिति बीते सप्ताह से उत्पन्न हुई है। हालांकि दस साल पूर्व में विद्युत उपकेन्द्र पर लगे जर्जर ट्राली को रविवार की देर शाम बदल दिया गया ताकि उपभोक्ताओं को निर्बाध रुप से विद्युत आपूर्ति किया जा सके। इस बारे में अवर अभियन्ता जितेंद्र कुमार ने बताया कि शेड्यूल के मुताबिक बिजली आपूर्ति की जा रही है। जहां बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है तो वह फाल्ट आदि के कारण है, गड़बड़ी दूर कराकर शीघ्र बिजली आपूर्ति बहाल करा दी जाती है।साथ ही विद्युत उपकेन्द्र पर जर्जर ट्राली को हटाकर नई ट्राली बदल दिया गया है।

रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय

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