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निर्दोष साथीयों को बचाने के लिए पत्रकारों ने मोमबत्ती जलाकर जताया विरोध।


 


रसड़ा (बलिया) : इंटरमीडिएट अंग्रेजी पेपर लिक मामले में उच्चाधिकारयों द्वारा अनावश्यक रूप से फंसाये गए

पत्रकार अजीत ओझा, दिग्विजय सिंह व मनोज गुप्ता के गिरफ्तारी के विरोध में बुधवार की सायं संयुक्त पत्रकार मोर्चा रसड़ा के बैनर तले पत्रकारों ने कैंडिल मार्च निकालकर अपना पुरजोर विरोध दर्ज कराते हुए अविलंब बेकसूर तीनों पत्रकारों को रिहा किए जाने की आवाज बुलंद की अन्यथा की स्थिति में आंदोलन की धार और तेज करने की धमकी दी। गांधी पार्क स्थित गांधी प्रतिमा से निकाले गए इस कैंडिल मार्च में व्यापार संघ सहित छात्र सभा, सामाजिक संगठनों के लोगों ने बढ़-चढ़ कर समर्थन दिया। कैंडिल मार्च गांधी होकर नगर के विभिन्न मार्गों से होते पुन: गांधी पार्क पहुंचकर सम्पन्न हो गई। इस दौरान वक्ताआें ने कहा कि पेपर लीक मामले में प्रशासन द्वारा मनमाने व साजिश के तहत बलिया जनपद के तीन पत्रकारों को फंसा कर गिरफ्तार कराने का आरोप लगाते हुए कहा कि शासन के इशारे पर प्रशासन पत्रकारों की आवाज व स्वतंत्रता की अभिव्यक्ति को दबाने का जो साजिश की है वह लोकतंत्र पर हमला है। पत्रकारों ने चेताया कि गिरफ्तार पत्रकारों की यथाशीघ्र रिहायी नहीं होती है तो पत्रकार आर-पार की लड़ाई को बाध्य होंगे जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन की होगी। कैंडिल मार्च में पत्रकार इश्तियाक अहमद, संतोष कुमार सिंह, वकिल अहमद अंसारी, पिंटू सिंह, अखिलेश सैनी, तनवीर अहमद,आरिफ अहमद अंसारी, राहुल कुमार, अखतर अली, शिवजी बागले, मतलूब अहमद, नेहाल अखतर, उमाकांत विश्वकर्मा,आशु खरवार, अजय निगम, लल्लन बागी, सुरेश जासवाल, विनोद शर्मा, सहित अनेक व्यापारी व सामाजिक संगठनों सेसपा नेता  बबलू अंसारी, चंद्रशेखर सिंह, विजय शंकर यादव,पिन्टू अंसारी, प्रमोद नेता, पुरूषोत्तम यादव आदि प्रबुद्ध जन मौजूद रहे।


रिपोर्ट  नेहाल अख्तर

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