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पत्रकारों के उत्पीड़न पर जनऊबाबा साहित्यिक संस्था " निर्झर " ने नगर मजिस्ट्रेट के माध्यम से मुख्यमंत्री को दिया पत्रक

 


बलिया :इण्टरमीडिएट अंग्रेजी पेपर लीक मामले में बलिया जिला प्रशासन द्वारा तीन पत्रकारों को जेल भेजने को लेकर सोमवार को जनऊबाबा साहित्यिक संस्था "निर्झर" के तत्वाधान में संस्था के मन्त्री एवं छात्र नेता आशीष कुमार मिश्रा ने मुख्यमंत्री को संबोधित पत्रक नगर मजिस्ट्रेट को सौंपते हुए बलिया जिला प्रशासन के जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई के साथ ही तत्काल पत्रकारों को रिहा करने की मांग किया। चेतावनी दिया कि यदि ऐसा नही हुआ तो संस्था के सैकड़ों सदस्य सड़क पर उतरने को बाध्य होगें। दिए गए पत्रक में संस्था के सचिव सक्षम पाण्डेय "रिशु " ने कहा कि पत्रकारों के साथ आए दिन दुर्व्यवहार के साथ ही अन्य घटनाएं हो रही है। बलिया जिला प्रशासन इण्टरमीडिएट अग्रेंजी का पेपर आउट होने के प्रकरण में अपनी नाकामियों को छिपा रहा है। इस गोरख धंधे के खिलाफ खबर प्रकाशित करने वाले पत्रकारों को जेल भेजना निन्दनीय है । इससे प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश है। उत्तर- प्रदेश के पत्रकारों में आक्रोश है। उत्तर- प्रदेश के पत्रकारों को संरक्षण देने के साथ ही किसी भी अधिकारी द्वारा उत्पीड़न किए जाने पर उनके खिलाफ सख्त कायवायी का निर्देश दिया गया है बावजूद इसके बलिया जिला प्रशासन ने तानाशाही परिचय देते हुए पत्रकारों को जेल भेजने का कार्य किया है। मामले की जांच किसी सक्षम एजेंसी से कराकर प्रशासन और नकल माफियाओं के मिली भगत को उजागर करते हुए उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। पत्रक देने वालों में सुरज कुमार शर्मा, सागर सिंह " राहुल" प्रशान्त कुमार चौहान, दिव्येन्दु केशरी, व्यापार मण्डल अध्यक्ष मंजय सिंह,उमेश यादव, रविकान्त सिंह, नितेश, प्रभात, निशान्त एवं विकास सिंह गुलशन मौजूद रहे।

रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय

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