बिजली विभाग के मीटर रीडर्स की मनमानी : घर बैठे मीटर रीडिंग लेकर बिलिंग कराने का नतीजा भुगत रहे है उपभोक्ता
रतसर (बलिया):स्थानीय विद्युत उपकेन्द्र के अन्तर्गत आने वाले उपभोक्ता मीटर रीडरों की मनमानी से परेशान व बेहाल है। एक तरफ तो शासन हर उपभोक्ता को स्मार्ट मीटर लगा कर उचित बिजली उपभोग का उचित मूल्य भुगतान करने के लिए कृत संकल्पित है तो वहीं बिल निर्धारण के लिए मीटर रीडरों की व्यवस्था की गई है। जिससे प्रत्येक माह उपभोक्ता द्वारा खर्च की गई बिजली के यूनिट के हिसाब से विद्युत मूल्य का भुगतान लिया जाए। लेकिन क्षेत्र में इन मीटर रीडरों ने घर बैठे ही मनमाना रीडिंग डालकर वास्तविक मूल्य का कई गुना बिल निर्धारित करवाया जा रहा है। जिसे लेकर उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। क्षेत्र के जनऊपुर निवासी सर्वजीत पाण्डेय ने बताया कि हम लोगों के मीटर रीडिंग के लिए कोई आता नहीं है। पता नहीं कैसे मनमाने तरीके से रीडिंग लेकर अधिक बिल आ रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले माह तक हमने अपनी पूरी बिल जमा कर दी लेकिन इस माह सात हजार रुपये बिल आ गया। जब कि घर में केवल एक पंखा एवं एक एलइडी बल्ब जलता है। विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को संज्ञान में लेते हुए उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा हेतु समय से वास्तविक रीडिंग लेकर बिल निर्धारण कराए जाने की अपेक्षा उपभोक्ताओं ने की है ताकि उन्हें फिर बिल सुधरवाने के लिए भटकना न पड़े तथा विभाग को ससमय राजस्व जमा होता रहे। इस संबन्ध में जेई जितेन्द्र कुमार से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हम इस विषय को संज्ञान में लेकर देख रहे है। मीटर की रीडिंग प्रत्येक उपभोक्ता के घर जाकर लेने की व्यवस्था करवा रहे है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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