कुष्ठ रोगियों को चिह्नित कर अस्पताल भेजें आशा कार्यकर्ता : डा०राकिफ
रतसर (बलिया) स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर सोमवार को राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत आशा संवेदीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान आशा कार्यकर्ताओं को कुष्ठ रोगियों को चिह्नित करने के लिए संबंधित रोग के लक्षण बताए गए। सीएचसी अधीक्षक डा० राकिफ अख्तर ने बताया कि आशा कार्यकर्ता गृह आधारित नवजात देखभाल भ्रमण,कोविड सर्वे,टीकाकरण से वंचित लोगों के चिह्निकरण के दौरान कुष्ठ रोगियों को भी खोजें। साथ ही उनके इलाज के लिए अस्पताल भेजें। ताकि उन्हें चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध हो सके।कुष्ठ रोगियों के निःशुल्क इलाज की सुविधा है। उन्होंने बताया कि दिव्यांगता के बिना कुष्ठ रोगी खोजने पर 250 रुपये एवं दिव्यांगता के साथ कुष्ठ रोगी खोजने पर 200 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है। इसके अलावा उपचार पूरा करने पर भी प्रोत्साहन राशि दी जाती है।कुष्ठ पर्यवेक्षक गोपाल जी पाण्डेय ने बताया कि चमड़ी का दाग जिसमें सुन्नापन हो,हाथ पैर की नसों में मोटापन, सूजन तथा झनझनाहट, आंखों का भौंह झड़ गया हो तथा कान पर गांठ हो, हाथ पैर की उंगली में टेढ़ापन हो, हाथ तथा पैर के तलवों में सून्नपन हो, घाव जो इलाज के बाद भी ठीक न होता हो ऐसे मरीजों को तत्काल अस्पताल पर इलाज के लिए भेजें। इस अवसर पर बीपीएम आशुतोष सिंह, पीएमडब्लू विक्रमा यादव, शशिकांत शर्मा,साधु शरण यादव,अनिल कुमार आदि मौजूद रहे।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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