जहां प्रेम का विस्तार होता है वहीं सत्संग है,ठाकुर अनुकूल चन्द्र की जयंती पर वक्ताओं ने डाला प्रकाश
बलिया:प्रेममय ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी का 135 वां जन्म महोत्सव रविवार को टाउन हाल के सभागार में मनाया गया। सुबह नगर कीर्तन के साथ प्रभात फेरी निकालकर नगर वासियों को महोत्सव का संदेश दिया गया। टाऊन हाल के सभागार में जन्मोत्सव पर 135 दीप प्रज्ज्वलित किए गए। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। 135 साल पहले पावना जिला के हिमाईतपुर गांव में जन्में अनुकूल चन्द्र के दस हजार वचन वर्तमान युग के हर समस्या का समाधान है। उनके वचन हर पहलू पर मार्ग प्रशस्त करते हैं। सन्यासी का मतलब सत में मन को व्यस्त रखना है जो कि संसार में रहकर किया जा सकता है। उनके जन्म दिन पर हर धर्म व समाज के लोगों ने उन्हें याद किया। अहले सुबह अनुकूल चन्द्र के भक्तों द्वारा उषा कीर्तन,समवेत विनती, प्रार्थना व विभिन्न धर्मग्रंथों का पाठ किया गया। कार्यक्रम के दौरान बाहर से आए ठाकुर जी के भक्तों द्वारा भोग निवेदक,गीता पाठ व ठाकुर जी के धर्मग्रंथ का पाठ किया गया। इस सभा में उपस्थित भक्तों ने श्री श्री ठाकुर अनुकूल चन्द्र जी के दिव्य जीवन पर प्रकाश डाला । वक्ताओं ने कहा कि जहां प्रेम का विस्तार होता है वहीं सत्संग है। वहीं कार्यक्रम को सफल बनाने में रमाकान्त सिंह,प्रदीप सिंह, डा०ओंकार नाथ पाण्डेय,संतोष पाण्डेय, विनय यादव,श्री पति यादव,श्याम देव मौर्य,संत सिंह आदि ने काफी सहयोग किया ।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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