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अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है : बालक संत जी महाराज

 




रतसर (बलिया):क्षेत्र के सोनबरसा गांव स्थित बाबा बली दास जी महाराज के स्थान पर शुक्रवार को सत्तू संक्रांति के अवसर पर एक दिवसीय मेले का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र से आए पांच हजार गो वंश को सत्तू पिलाया गया। वहीं दोपहर बाद संत बालक दास जी का संगीत मय प्रवचन हुआ। प्रवचन में कहा कि मर्यादा में रहकर सदाचार का पालन करना ही मनुष्य का सबसे बड़ा धर्म है। अहंकार मनुष्य का सबसे बड़ा शत्रु है। भगवान राम मर्यादा पुरुषोत्तम थे। भगवान राम ने मर्यादा में रहकर दुष्टों का संहार किया था। राम कथा के दौरान भजन संगीत कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया। वहीं देर शाम चैता कार्यक्रम में पप्पु पाठक खरहाटार एवं पप्पू उपाध्याय डूहीमसी, बांसडीह के बीच मुकाबला देर रात तक चला। वहीं पूर्वाह्न में अखण्ड रामनाम संकीर्तन के समापन के बाद हवन, पूजन एवं पूर्णाहुति कार्यक्रम के साथ प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम के आयोजक जूना अखाड़ा परिषद प्रयागराज अनामा नन्द जी महाराज द्वारा क्षेत्र से आए गो वंश को अपनी देख रेख में 11 कुन्तल सत्तू पिलाया।

रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय

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