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सनबीम विद्यालय के प्रांगण में तीन दिवसीय बूट कैंप बहस का हुआ समापन


 


एक विद्यार्थी को शिक्षा प्रदान करने के साथ साथ उनमें विभिन्न कौंशलों को विकसित करना ही वर्तमान शिक्षा प्रणाली का उद्देश्य है। इसी को पराकाष्ठा तक पहुंचाने में सनबीम विद्यालय  हर पुरजोर प्रयत्न करता है।विद्यालय सदैव ही विद्यार्थियों में छुपी प्रतिभा को तराशने का सतत प्रयत्न करता रहता है। इसीलिए विद्यालय में निरंतर ही विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताएं एवम कौशल आधारित कार्यक्रम आयोजित किया जाता रहता है।इसी क्रम में विद्यालय प्रांगण में विभिन्न नवीन कौशलों से भरपूर तीन दिवसीय बूट कैंप बहस का आयोजन किया गया । इस कैंप का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में गहन आत्मविश्वास को भरना , उनमें उचित वक्तव्य कौशल को विकसित करना था


विदित हो कि   दिनांक 19 अप्रैल को बतौर मुख्य अतिथि बहस कम्युनिटी एंड डिबेड ग्रुप के सीईओ श्री सलिल सिंह द्वारा  तुलसी वेदी पर दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई थी, ।  मुख्य अतिथि ने सभी प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए इस कैंप के मुख्य उद्देश्य को स्पष्ट करते हुए उन्हें अपने ही भीतर छुपी प्रतिभा को तराश कर उस ओर आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।


विद्यालय निदेशक ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए बताया कि *किसी भी काम को पूरी निष्ठा और लगन से करना ही हमारा प्रथम उद्देश्य होना चाहिए। जिस प्रकार पत्थर को तराशकर कर ही उसे मूर्ति का आकार प्रदान करता है इसी भांति आपके शिक्षक और प्रशिक्षक है जो आपके भीतर छुपी प्रतिभा को तराशने का कार्य करते है, अतः आप सभी को उनके बताए दिशा निर्देशों का अनुपालन करना चाहिए।*


श्री सिंह ने बच्चों से कहा कि *जिस प्रकार पुस्तक में लिखी विद्या बिना पढ़े और समझे काम नहीं आती उसी प्रकार सीखे गए कौशलों का निरंतर अभ्यास करते रहे बिना उसमे पारंगत नहीं हुआ जा सकता, अतः आपको निरंतर अभ्यास करते रहना है*


प्रधानाचार्या ने प्रतिभागियों को  कैंप के तीनों दिन सिखाए गए विभिन्न कौशलों को पूरी लगन से सीखकर उसे निरंतर उपयोग करते रहने की सलाह दी।

 इस कैंप के अंत में विद्यार्थियों के सीखे कौशलो के  परीक्षण हेतु विभिन्न क्विज और डिबेट भी कराए गए। 


आज कार्यक्रम के अंतिम दिन समस्त प्रतिभागियों ने अपने अनुभव बांटते हुए कार्यक्रम में सिखाए गए विभिन्न कौशलों पर चर्चा की और स्वयं को लाभान्वित बताया।


रिपोर्ट त्रयंबक पांडेय गांधी

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