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गर्मी में फूलने लगी बिजली विभाग की सांसें, कटौती से उपभोक्ताओं को आ रहा पसीना


 बिजली संकट :





रतसर (बलिया):आसमान से सूरज आग उगल रहा है। तो वहीं पारा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है। जिससे लोगों को बिजली ही सहारा बनी हुई है। लेकिन अघोषित बिजली कटौती एवं लो वोल्टेज ने उमस भरी गर्मी में लोगों का पसीना निकाल दिया है। गर्मी में विद्युत व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए विभाग ने लाख दावे किए थे। लेकिन स्थिति बिल्कुल अलग है। अघोषित बिजली कटौती एवं लो वोल्टेज लोगों का पसीना निकाल रही है। ट्रांसफार्मर ओवरलोड होकर जल रहे हैं,तो वहीं जर्जर लाइनें जवाब दे रही है। हालात यह है कि बिजली विभाग किसी तरह काम चलाओ नीति पर काम कर रहा है। जबकि बिजली विभाग गर्मियों में निर्वाध आपूर्ति के दावे कर रहा था। लेकिन गर्मी शुरू होते ही बिजली व्यवस्था चरमरा गई। दिन और रात हो रही अघोषित कटौती से लोग परेशान है,तो रही सही कसर लोकल फाल्ट एवं ओवर लोड ट्रांसफार्मर पूरी कर रहे है। कुछ जगह हालात तो यह है कि लो वोल्टेज की वजह से घर के उपकरण तक नही चल पा रहे है। वहीं जर्जर लाइनें भी अब जवाब देने लगी है।अधिकारियों ने अभी तक ना ही लाइनों की मेंटेनेन्स कराई ना ही ओवरलोड ट्रांसफार्मर बदले। जिसके कारण लोगों को बिजली नही मिल पा रही है। जैसे-जैसे पारा बढ़ रहा है वैसे-वैसे अघोषित कटौती का खेल शुरू हो गया है। क्षेत्र में 10 से 12 घंटे तक बिजली कटौती हो रही है। तेज गर्मी के मौसम में जर्जर लाइनों के तार लोड बढ़ते ही टूट जाते है। कई ट्रांसफार्मर भी ओवरलोड चल रहे है। विद्युत विभाग के कर्मचारी सुबह से लेकर आधी रात तक दौड़ते रहते है। रात में लगभग रोज ही किसी न किसी फीडर की बिजली गुल हो जाती है। दिन में भी लाइन फाल्ट या ट्रांसफार्मर में खराबी आने से कई- कई घंटे बिजली बाधित रहती है। अक्सर वोल्टेज इतने कम आते है कि पंखे,कूलर नही चलते। दिन में बार- बार बिजली ट्रिप कर जाती है। उपभोक्ताओं ने मांग की है कि विद्युत आपूर्ति में सुधार होनी चाहिए। जनऊपुर गांव के पूर्व प्रधान राजेश पाण्डेय ने बताया कि वर्षों पुराने तार कमजोर हो चुके है जो कि अधिक लोड होने पर बार- बार टूट जा रहे है। कुछ ऐसा ही हाल ट्रांसफार्मर का भी है। आपूर्ति का लोड ट्रांसफार्मर बर्दास्त नही कर पा रहे है। इस वजह से लो वोल्टेज एवं जगह-जगह ट्रांसफार्मर जलने की शिकायत आ रही है। नूरपुर के प्रधान विक्रमा वर्मा ने बताया कि गर्मी का मौसम आते ही लो वोल्टेज की समस्या शुरू हो जाती है। बिजली है भी तो वोल्टेज लो होने से उसका कोई खास उपयोग नही हो पाता है। जर्जर हो चुके तार लोड नही उठा पाते है। वहीं ट्रांसफार्मर अपनी क्षमता से अधिक काम कर रहे है। जिससे ट्रांसफार्मर जलने और गलकर तार टूटने की शिकायतें आती है। लोगों ने पुराने संसाधनों को बदलने की मांग की है।

रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय

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