सफाई कर्मी गायब, गांव में गंदगी से संक्रमण फैलेने का बढ़ा खतरा
रतसर (बलिया)स्वच्छ भारत अभियान भारत सरकार द्वारा आरंभ किया गया राष्ट्रीय स्तर का अभियान है जिसका उद्देश्य गलियों, सड़कों को साफ सुथरा रखना है। इसके लिए हर गांव में सफाई कर्मियों की भी नियुक्ति की गई है। लेकिन यह अभियान मजाक बनकर रह गया है। विकास खण्ड गड़वार क्षेत्र के जनऊपुर गांव में चारों तरफ गंदगी का अंबार लगा हुआ है। साफ- सफाई के अभाव में गांव में जंगली झाड़ उगी हुई है तथा जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह से अवरुद्ध है। नालियों की साफ- सफाई ना होने से जल निकासी व्यवस्था पूरी तरह से बंद हो गयी है। सरकार जहां स्वच्छ भारत मिशन के तहत ग्रामीण अंचलों में साफ सफाई का दावा करती है तथा डेंगू,मलेरिया जैसी बीमारियों के लिए छिड़काव कराने का दावा किया जाता है।
वहीं ग्रामीण अंचलों तैनात सफाई कर्मियों के ना आने से गांव में गंदगी का अंबार लगा रहता है। बताते चले कि न्याय पंचायत जनऊपुर की आबादी करीब साढ़े तीन हजार है। गांव में तीन सफाई कर्मी तैनात थे। जिसमें दो सफाई कर्मियों का अन्यत्र स्थानान्तरण कर दिया गया जब कि एक सफाई कर्मी का वेतन तो जनऊपुर गांव से निकलता है लेकिन उस सफाई कर्मी को भी अन्यत्र स्थान पर सम्बद्ध कर दिया गया है। इस बाबत जब सहायक विकास अधिकारी पंचायत दिग्विजय नाथ तिवारी से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि दो सफाई कर्मियों का अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया है जब कि एक सफाई कर्मी जो अन्यत्र जगह सम्बद्ध है उस सफाई कर्मी की जल्दी ही गांव में तैनाती की जाएगी।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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