दूर हुई प्रेतबाधा मां के प्रसाद ने बदली तकदीर, सुनाई कहानी तो हैरत में पड़ गए लोग
बलिया। इसे चमत्कार कहें या पकड़ी नाम की मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत, तभी तो जिस युवक के ऊपर प्रेतबाधा का साया बातकर ओझाओं और सोखाओं ने करीब दो साल तक अपनी दुकान चलाई और रुपए ऐंठते रहे वह युवा के जैसे ही मां काली के दरबार में आया प्रेतबाधा की साया से न सिर्फ मुक्त हो गया बल्कि आज हंसी खुशी जीवन व्यतीत कर रहा है। इसकी तस्दीक स्वयं उस युवक ने किया।हम बात कर रहे हैं बलिया जिले के बस्ती कस्बा निवासी राजेंद्र तिवारी की।
राजेंद्र बताते हैं कि लंबे समय से वह मानसिक रूप से अस्वस्थ चल रहा था, जिसे ओझाओं और सोखाओं ने प्रेतबाधा का नाम देकर उलझाए रखा। उनके चक्कर में घर की आर्थिक स्थिति भी डावांडोल हो गई। इतना ही नहीं पत्नी की जेवर भी गिरवी रखनी पड़े फिर भी प्रेत बाधा से मुक्ति नहीं मिली। इसी दौरान एक व्यक्ति ने उसे पकड़ी धाम स्थित काली मंदिर और प्रसाद चढ़ाने की सलाह दी। इसके बाद वह मंदिर पहुंचा और मां की पूजा आराधना करने के साथ ही मंदिर के पुजारी वह मां काली के अनन्य भक्त रामबदन भगत से आप बीती बताई। इसके बाद पुजारी ने मां का प्रसाद और औषधीयां दिया और उसके नियमित से सेवन की बात कही। जिसके बाद कथित प्रेतबाधा की बीमारी जाती रही। आज वह भला चंगा होकर हंसी-खुशी अपने परिवार के साथ जीवन व्यतीत कर रहा है।
डेस्क
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