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ग्राम प्रधानों का छलका दर्द,अधिकारियों पर आर्थिक शोषण,मानसिक उत्पीड़न का आरोप




बलिया । शासन प्रशासन द्वारा ग्राम प्रधानों के अधिकारों पर रोज-रोज नए बंदिश लगाने व हर मौके पर उनका आर्थिक शोषण,मानसिक उत्पीड़न से परेशान प्रधानों का दर्द सोमवार को उनकी बैठक में छलका।उनका कहना था कि शासन हो या प्रशासन विकास के लिए समेटिक कार्यक्रम लागू करने के बजाय रोज नए नए पेंच फसाये जा रहे है।ताजा उदाहरण गेट वे एप को लेकर है जिसमे प्रधान व सचिव के साथ-साथ पंचायत सहायक को जोड़ दिया गया है।जिसका चेहरा दिखने के बाद ही एप खुलेगा।और उसमें कुछ भी अपलोड होगा।यानी प्रधान व सचिव पर भारी पड़ेंगे पंचायत सेवक।

इस बाबत सोमवार को विकास खण्ड बैरिया कार्यालय में ग्राम प्रधानों की बैठक हुई।जिसमें शासन प्रशासन के इस चाल चरित्र पर प्रधानों ने चिन्ता व्यक्त की।बैठक में ग्राम प्रधानों ने अपने-अपने ग्राम पंचायतों की समस्याओं की चर्चा करते हुए कहा 27 मई को तीन साल का कार्यकाल बीत चुका है।अब दो साल से भी कम कार्यकाल बचा है।बैरिया विकासखंड के दर्जन भर गांव ऐसे है जहां जरूरत मण्ड तो है किंतु शासन से उस गांव में एक भी प्रधानमंत्री आवास या मुख्यमंत्री आवास नही दिया गया।प्रधानों ने कहा कि दो दर्जन से अधिक ऐसे गांव है जहां प्रति गांव दो सौ से अधिक शौचालय की आवश्यकता है।शौचालय नहीं स्वीकृत किया जा रहा है।लोग खुले में शौच जाने को मजबूर है।अधिकारियों द्वारा मनमाने तरीके से गांवों को ओडीएफ व ओडीएफ प्लस घोषित कर दिया गया है।वहीं छोटे गांवों के प्रधानों का कहना है कि उनके यहां राजवित्त में काफी कम पैसा आता है उसी पैसे में से प्रतिमाह पंचायत सेवक को छह हजार रुपये मानदेय,सामुदायिक शौचालय के केयर टेकर को प्रतिमाह नसौ हजार रुपये,ग्राम प्रधान को प्रतिमाह मानदेय के रूप में पांच हजार रुपये दिया जाता है।जो धनराशि राजवित्त में छोटे गांवों के लिए आती है उसमें यही नही हो पाता,विकास कार्य कहा से हो।इसी तरह मनरेगा,पेयजल,विद्युतीकरण, राजवित्त व पन्द्रहवें वित्त के कार्यो में अनेक तरह की समस्याएं जानबूझकर अधिकारी उतपन्न कर रहे है।जिससे शासन की छबि धूमिल हो रही है।इस बाबत प्रधानों ने सामुहिक रूप से निर्णय लिया है कि 12 जून को जिलाधिकारी को पत्रक देंगे,अगर सुनवाई नहीं होती है तो प्रधान संगठन मुख्यमंत्री कार्यालय के समक्ष लखनऊ में धरने पर बैठेगा।उक्त बैठक में अध्यक्ष अरुण यादव,रबिप्रताप सिंह,शुभम सिंह,प्रमोद यादव,राजेश यादव,अमित कुमार, परमात्मा गोंड़, संजय कुमार,मनजी पासवान, अशोक पाण्डेय,अरुण यादव आदि दर्जनों प्रधान मौजूद रहे।



By- Dhiraj Singh

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