सड़क किनारे फटे पेड़ दे रहे हादसे को निमंत्रण,कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा
गड़वार (बलिया) सजीव के लिए हरे भरे पेड़-पौधे जिंदगी देते है तो सुखे एवं टूटे पेड़ जान भी ले सकते हैं। गड़वार क्षेत्र में कई ऐसे जगह हैं, जहां सूख चुके पेड़ ऐसी घटनाओं को निमंत्रण दे सकते हैं। लेकिन इस ओर न तो वन विभाग और न ही स्थानीय प्रशासन या निजी स्वामित्व रखने वालों का ध्यान है। क्षेत्र की मुख्य सड़कों,आसपास के गांवों में बस्ती के बीच और सड़कों के किनारे सूखे पड़े है। बरसात के दिनों में इन सूखे पेड़ों के गिरने का खतरा प्रबल हो जाता है। बावजूद इसके जिम्मेदार विभाग इन्हें कटवाने को लेकर संवेदनशील नही है। लोगों की मानें तो मौसम के मिजाज के मुताबिक चलने वाली तेज हवा से ये पेड़ कभी भी धराशायी हो सकते हैं। आंधी चलने से इन सूखे पेड़ों के कारण कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ये पेड़ कभी भी सड़क पर गिर सकते है। जिससे सड़क पर आने-जाने वाले राहगीरों को क्षति भी हो सकती है गड़वार-बलिया मार्ग पर प्रतिदिन हजारों की संख्या में गाड़ियां गुजरती है। बाइक साइकिल सवार और पैदल लोग भी। इस मार्ग पर पुराने एचपी पेट्रोल पंप के समीप एक फटा हुआ आम का पेड़ खड़ा है जिसे आसपास के लोगों ने रस्सी से बांध दिया है। यह पेड़ कभी भी तेज हवाओं के चलने के साथ सड़क पर गिर सकता है। जो पूरी तरह फटकर दो टूकड़ों में बंट गया है। दुर्घटनाओं को आमंत्रित कर रहा है। इसकी लगभग सभी डालियां फटकर आंधी की भेंट चढ़ चुकी है। संयोगवश ये डालियां किसी वाहन या पैदल राहगीर को अपना निशाना नही बना सकी।
कहते हैं अधिकारी :
निरीक्षण कर सूख चुके पेड़ों को काटा जाता है। अभी फटे हुए पेड़ की जानकारी नहीं है। जानकारी प्राप्त कर वन विभाग को अवगत कराया जाएगा।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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