बेटे ने सड़क पर शौच करने से किया मना तो थार सवार बदमाशों ने आटा चक्की संचालक पिता को किया अगवा
परिजनों के विरोध पर उन्हें जमकर मारा पीटा और गोली मारने की धमकी भी दिया।बदमाश 20- 25 की संख्या में दो पहिया और चार पहिया वाहन (थार) से आए थे। पुलिस चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ भी कर रही है।
बताते चले कि विगत 29 अप्रैल को गांव में एक बारात आई थी, वहां से कुछ युवक देर रात आकर अजय तिवारी के घर के सामने स्थित एक दुकान से सिगरेट खरीदे और सड़क के किनारे ही शौच करने लगे। आटा चक्की चला रहे मृत्युंजय तिवारी ने इसका विरोध किया। इस पर क्रोधित होकर उन लोगों ने मृत्युंजय तिवारी और उनके परिजनों से मारपीट किया। जिसमें मृत्युंजय तिवारी को गंभीर चोट आई।
इसकी लिखित नामजद तहरीर तिवारी ने थाना सुखपुरा को दिया। आरोपी एफआईआर वापस लेने का दबाव बना रहे थे, लेकिन तिवारी उनके दबाव में नहीं आए। इसी खुन्नस में उन्होंने अपहरण की इस घटना को अंजाम दिया। शनिवार की रात अजय तिवारी अपने घर के सामने स्थित आटा चक्की में रात को गेहूं की पिसाई कर रहे थे।शनिवार की रात लगभग 2 बजे के करीब दर्जनों की संख्या में नकाबपोश बदमाश दोपहिया और चार पहिया थार वाहन से उनके आटा चक्की पर पहुंचे और उनके कनपटी पर असलहा सटाकर उन्हें जबरिया गाड़ी पर बैठाने लगे इसका विरोध दरवाजे पर सो रही उनकी पत्नी ने किया और उन्होंने शोर भी मचाया तब तक घर के सभी सदस्य बाहर निकल आए और इसका विरोध करने लगे तब बदमाशों ने अजय तिवारी की पत्नी इंद्रावती देवी, बहु छाया तिवारी, पुत्र चंदन व मृत्युंजय तिवारी को मारा पीटा और असलहा का भय दिखाकर श्री तिवारी को चार पहिया वाहन में बैठाया और लेकर चले गए। इसकी सूचना मृत्युंजय तिवारी ने 112 नंबर पुलिस को दिया। इसके बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर सुखपुरा,खेजुरी,गड़वार, बलिया कोतवाली व फेफना की फोर्स स्वाट टीम के साथ पहुंच गई।
पुलिस ने परिजनों के बताने पर चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर थाने लेकर चली आई, जहां पूछताछ की जा रही है। रविवार की सुबह घटनास्थल पर एसओ रामायण सिंह, क्षेत्राधिकारी सिटी श्यामकांत,अपर पुलिस अधीक्षक उत्तरी कृपाशंकर और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह पहुंच गए और परिजनों से घटना की विस्तृत जानकारी ली और श्री तिवारी की सकुशल वापसी के साथ घटना का पर्दाफाश करने तथा दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया।
इसी क्रम में श्री तिवारी के दरवाजे पर दो पुलिस कांस्टेबल की ड्यूटी भी लगा दी गई है। अपहृत अजय तिवारी के पुत्र मृत्युंजय तिवारी ने पुलिस अधीक्षक सुखपुरा पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।कहा कि 29 अप्रैल की घटना को अगर सुखपुरा पुलिस ने गंभीरता से लिया होता तो अपहरण की इतनी बड़ी वारदात नहीं हो पाती। इस बावत पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने कहा कि घटना के खुलासा के लिए टीम लगा दी गई है। इस घटना का शीघ्र ही पर्दाफाश कर दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।अपहृत अजय तिवारी की सकुशल वापसी भी कराई जाएगी।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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