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उपजिलाधिकारी बैरिया व भाजपा मंडल अध्यक्ष अधिवक्ता निरंजन सिंह के बीच झड़प, बुलाई गई पुलिस, जानें पूरा मामला

 


By- Dhiraj Singh


बलिया । उपजिलाधिकारी बैरिया के चेंबर में मंगलवार को भाजपा के मुरली छपरा के मंडल अध्यक्ष अधिवक्ता निरंजन कुमार सिंह व उपजिलाधिकारी आलोक प्रताप सिंह के बीच कहासुनी व तीखी बहस के बाद उपजिलाधिकारी ने पुलिस बुला लिया जिसके बाद  मामला शांत हुआ। एसडीएम बैरिया व अधिवक्ता ने एक दूसरे पर नियम के विरुद्ध आचरण करने का आरोप लगा रहे है। 

उक्त मामले को लेकर जहां भाजपा के मंडल अध्यक्ष अधिवक्ता निरंजन कुमार सिंह ने जिलाधिकारी व तहसील बार एसोसिएशन बैरिया, बलिया व मण्डलायुक्त आजमगढ़ से लगायत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक से मामले की जांच कराने व एसडीएम के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग किया है। वहीं एसडीएम बैरिया ने भी अधिवक्ता के खिलाफ बार एसोसिएशन को पत्र लिखकर यह पूछा है कि ये बार के सदस्य है या नहीं। अधिवक्ता व भाजपा मंडल अध्यक्ष निरंजन सिंह का कहना है कि वे अपने सीनियर अधिवक्ता कृष्णानन्द सिंह के साथ उपजिलाधिकारी के कार्यालय में एक मुकदमे की पत्रावली शिवजी बनाम सरकार के संदर्भ में जानकारी लेने गया था। अधिवक्ता का आरोप हैं कि मुकदमे की सारी औपचारिकता पूरी होने के बाद भी बिगत तीन माह से यह कम्प्यूटर में दर्ज नहीं हो पा रहा है। इसी मामले को लेकर जब उनके कार्यालय में गया तो वे भड़क गये तथा उन्होंने न सिर्फ मुझे बल्कि मेरे सीनियर अधिवक्ता के साथ भी अमर्यादित आचरण किया। अधिवक्ता का आरोप हैं कि उन्हें होमगार्ड के जवान को बुलाकर धक्का देकर चेम्बर से बाहर निकाल दिया तथा थाने से अतिरिक्त पुलिस बुला लिया। निरंजन सिंह का कहना है कि जब एक अधिवक्ता के साथ एसडीएम का यह व्यवहार है तो आम जनता के साथ क्या करते होंगे इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है। मैंने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर इस प्रकरण की जांच कराने और उपजिलाधिकारी के खिलाफ कार्यवाई करने के लिए मांग किया है। 

उपजिलाधिकारी के चेम्बर में कहासुनी के बाद हंगामे की स्थिति देख उपजिलाधिकारी ने बैरिया पुलिस को फोन कर मौके पर पुलिस को बुला लिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।


इनसेट


 निरंजन सिंह एक मुकदमे की पैरवी के लिए पिछले दिनों मुझसे मिले थे उसमे अगले सप्ताह डेट लगी हुई है। मैंने कहा था कि डेट पर इसे प्रस्तुत कीजिये इसका निस्तारण कर दूंगा। किन्तु बीच मे ही आज मेरे चेम्बर में आये और मुकदमें का निस्तारण करने को कहने लगे मैंने कहा ऐसा नही होता है यह मुकदमे की फाइल है। इसमें जो भी कार्यवाही होगी वह निर्धारित डेट पर न्यायालय में होगी। उक्त फाइल को निर्धारित डेट पर प्रस्तुत कीजियेगा मैं आपकी बात सुनूंगा। वे जिद्द पर अड़ गए और मुझसे उलझने का प्रयास किया। मुझे पुलिस बुलानी पड़ी। बार एसोसिएशन बलिया व बैरिया को पत्र भेजा रहा हूं। ये बार के सदस्य है कि नहीं।



आलोक प्रताप सिंह उपजिलाधिकारी बैरिया




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